देवभूमि और भारतीय सेना का अटूट संबंध है। उत्तराखंड की देवभूमि कई लोगों की कर्मभूमि भी है। देवभूमि के वाशिंदों के अंदर सेना में शामिल हो कर देश की सेवा करने का जुनून सवार रहता है। Bhavya Shah Indian Navy समय-समय पर नौजवानों के भर्ती की खबरें सुनकर गौरवान्वित महसूस होता है। आज हम आपका परिचय एक ऐसे ही महत्वाकांक्षी और मेहनती युवक से करवाने जा रहे हैं जो अपनी काबिलियत के दम पर भारतीय नौसेना में अफसर बन गए हैं। हम बात कर रहे हैं मूल रूप से राज्य के चमोली जिले के गैरसैंण ब्लाक के भव्य सिंह शाह की, जिन्होंने भारतीय नोसेना में सैन्य अधिकारी बनकर पूरे क्षेत्र व प्रदेश को गौरवान्वित होने का सुनहरा अवसर प्रदान किया है। भव्य की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं उनके घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के चमोली जिले के गैरसैंण नगर पंचायत के वार्ड संख्या 06 गांवली गांव निवासी भव्य ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गुरुराम राय गैरसैंण व प्रेयर हॉउस दाड़मडाली से प्राप्त करने के उपरांत केंद्रीय विद्यालय (ओएनजीसी) देहरादून से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की। बता दें कि बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल दर्जे के छात्र रहे भव्य ने केंद्रीय विद्यालय ओएनजीसी देहरादून से 95 फीसद अंकों के साथ हाई-स्कूल व 84 फीसदी अंको के साथ बारहवीं उतीर्ण की। इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के उपरांत बीते वर्ष वह एसएसबी में चयनित हुए। जिसके पश्चात उन्होंने भारतीय नेवल अकादमी एझिमाला केरल में दाखिला लिया जहां से कठिन प्रशिक्षण प्राप्त कर वह आगामी 28 जनवरी को बतौर सब लेफ्टिनेंट भारतीय नौसेना में सम्मिलित हो जाएंगे। भव्य के पिता मनोज शाह पेशे से शिक्षक हैं तथा वर्तमान में जूनियर हाईस्कूल मैखोली में कार्यरत हैं जबकि उनकी माता जानकी शाह एक कुशल गृहणी के साथ-साथ व्यवसायी भी हैं।