उत्तराखंड के हल्द्वानी में गुरुवार उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया। उपद्रव के बाद शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। uttarakhand Haldwani violence अभी तक 19 नामजद आरोपियों सहित 5000 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस संबंध में कुल तीन एफआईआर दर्ज की गई है। 50 से ज्यादा लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। हल्द्वानी में हिंसा के बाद भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती कर दी गई है। बनभूलपुरा में कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गई है। पूरे इलाके को 5 सुपर जोन में बांटा गया है, जहां पर 7 मजिस्ट्रेट तैनात किये गए हैं। पुलिस ने उपद्रव करने वाले असामाजिक तत्वों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए हैं।
इस बीच सबसे बड़ी खबर इस बात को लेकर सामने आई है कि हल्द्वानी के वनभूलपूरा में अवैध निर्माण को लेकर जो कार्रवाई की जा रही थी, उसमें किसी बड़ी घटना के होने की सूचना पुलिस के पास थी। खुद पुलिस विभाग के प्रवक्ता नीलेश भरणे ने इस बात की पुष्टि की है, क्योंकि इस क्षेत्र में पहले भी इस तरह की घटना हो चुकी है। लिहाजा पुलिस को इस बात का अंदाजा था कि यहां किसी बड़ी घटना को भी अंजाम दिया जा सकता है। बताया जा रहा है कि पुलिस को इस तरह के इनपुट एक हफ्ते पहले ही मिल गए थे। इसीलिए पुलिस ने यहां पर पहले फ्लैग मार्च और कुछ बैठकें भी की थी। खास बात यह है कि इतनी जानकारी के बावजूद भी पुलिस क्षेत्र के माहौल को नहीं समझ पाई और उपद्रवियों ने एक बड़ी घटना को अंजाम दे दिया।