Chardham Yatra: पटरी पर लौटी केदारनाथ यात्रा, दूसरे चरण के लिए रोजाना पांच हजार पंजीकरण

केदारनाथ धाम में पहले की ही तरह अब यात्रा मार्ग पर डंडी-कंडी, घोड़ा-खच्चरों की आवाजाही शुरू हो गई है। श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।

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मानसून सीजन में भूस्खलन की घटनाओं के बाद केदारनाथ धाम की यात्रा दोबारा पटरी पर लौट आई है और भारी संख्या में श्रद्धालु पैदल मार्ग से धाम पहुंच रहे हैं। Kedarnath Walking Route Started पहले की तरह श्रद्धालु पैदल यात्रा मार्ग पर पैदल, घोड़े-खच्चरों, डंडी-कंडी से आवाजाही कर रहे हैं। प्रशासन ने 31 जुलाई की रात को जगह-जगह ध्वस्त हुए पैदल यात्रा मार्ग को पहले लोगों के लिए और फिर घोड़े-खच्चरों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है। चारधाम यात्रा के दूसरे चरण में दर्शन करने के लिए प्रतिदिन ऑनलाइन माध्यम से औसतन पांच हजार पंजीकरण हो रहे हैं। मानसून सीजन खत्म होने के बाद 15 सितंबर के बाद फिर से यात्रा रफ्तार पकड़ेगी। पैदल यात्रा पड़ावों पर रोजगार करने वाले ढ़ाबे और दुकान संचालकों ने भी अपने प्रतिष्ठान खोल दिये हैं। इसके अलावा यात्रा मार्ग पर प्रशासन के सुरक्षा जवान और डॉक्टर के अलावा अन्य सुविधाएं भी दी जा रही है।

पर्यटन विभाग की सूचना के अनुसार, एक दिन में औसतन पांच हजार लोग यात्रा करने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करवा रहे हैं। बताया, चारधाम यात्रा शुरू होने से लेकर अब तक 56 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने पंजीकरण कराया है। इसमें 33 लाख यात्री बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के दर्शन कर चुके हैं। अक्तूबर और नवंबर तक चारधाम यात्रा चलेगी। प्रशासन यात्रा पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। यात्रा की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। केदारनाथ हाईवे के डेंजर जोनों पर जेसीबी मशीन तैनात हैं और यहां पर सुरक्षा जवान भी यात्रियों यात्री वाहनों को सुरक्षित आर-पार करवा रहे हैं। रेस्क्यू अभियान के दौरान ही प्रशासन ने मजदूरों की टीमों को पैदल यात्रा मार्ग को दुरूस्त करने के लिये भेजा और एक माह से भी कम समय में पैदल यात्रा मार्ग सुरक्षित आवाजाही के लिये तैयार है।