उत्तराखंड में मानसूनी बारिश के साथ आसमान से आफत बरसनी शुरू हो गई है। कल सुबह से ही उत्तराखंड में बारिश के रूप में कुदरत का कहर देखने को मिल रहा है। Heavy Rain In Uttarakhand ताजा हालात की बात की जाए तो बारिश और लैंडस्लाइड के कारण प्रदेश में करीब 179 सड़कें बाधित हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंच कर उत्तरकाशी में अतिवृष्टि और प्रदेश में अलग-अलग क्षेत्रों में बारिश से हुए नुकसान की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मानसून को देखते हुए दो माह तक चौबीस घंटे अलर्ट मोड पर रहें। मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए सभी अधिकारियों को प्रत्येक स्तर पर तत्परता बनाए रखते हुए सावधानी, सुरक्षा व आवागमन में नियंत्रण बरतने को कहा गया है।
मुख्यमंत्री ने रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी व चमोली जिले के जिलाधिकारियों को चारधाम यात्रा पर आए सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिए। कहा कि श्रद्धालुओं के लिए भोजन, दवाइयों और बच्चों के लिए दूध समेत मूलभूत जरूरतों को पूरा किया जाए। भारी बारिश की चेतावनी के चलते अगले 24 घंटे के लिए चारधाम यात्रा को रोका गया है। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि नदी व गदेरे के आसपास और अन्य संवेदनशील स्थलों पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जाए। उत्तरकाशी जिले के बड़कोट क्षेत्र में बादल फटने की घटना से लापता मजदूरों की तलाश व बचाव अभियान में तेजी लाई जाए। 29 मजदूरों में से 20 को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि दो मजदूरों के शव बरामद हुए हैं। सात मजदूर लापता हैं।