मानसून के बाद नया रिकॉर्ड बनाने की ओर चारधाम यात्रा,..श्रद्धालुओं का आंकड़ा 40 लाख के पार

उत्तराखंड बारिश का दौर खत्म हो चुका है, चारधाम यात्रा ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। अक्टूबर के लिए 4.50 लाख रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। अभी यात्रा के 45 दिन बचे है जोकि पिछले साल का रिकॉर्ड तोड एक नया रिकॉर्ड कायम कर सकते हैं।

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Chardham Yatra Uttarakhand: भारी तबाही मचाने के बाद उत्तराखंड का मौसम सुहावना हो चुका है। प्रदेश में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) ने फिर रफ्तार पकड़ ली है। अक्टूबर के लिए 4.50 लाख रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। अब तक 42 लाख श्रद्धालु चारों धाम के दर्शन कर चुके हैं। अभी यात्रा के 45 दिन बचे है जोकि पिछले साल का रिकॉर्ड तोड एक नया रिकॉर्ड कायम कर सकते हैं। चारधाम यात्रा की शुरुआत 22 मई को हुई थी। गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 40 लाख से पार हो चुकी है। इसके साथ ही रोजाना 20 से 25 हजार श्रद्धालु धामों के दर्शन कर रहे हैं। साल 2022 में चारधाम यात्रा के दौरान करीब 44 लाख 35 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे। वहीं, इस साल अभी तक 40 लाख 68 हजार श्रद्धालु चारधाम पहुंच चुके हैं।

पर्यटन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, वर्तमान समय में अभी तक यमुनोत्री धाम (Yamunotri Dham) में 6,17,477, गंगोत्री धाम (Gangotri Dham) में 7,88,111, केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) में 13,41,754 और बदरीनाथ धाम (Badrinath Dham) में 13,20,752 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। अभी चारधाम यात्रा में करीब 45 दिन का समय बचा है। पिछले साल का रिकॉर्ड टूटने में मात्र 4 लाख का आंकड़ा बचा हुआ है। जिस रफ्तार से धामों में श्रद्धालुओं के आने की सिलसिला जारी है, उससे उम्मीद की जा रही है कि अगले 20 दिन के भीतर ही श्रद्धालु पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ते हुए ऐतहासिक रिकॉर्ड कायम करेंगे। बता दे, पिछले साल सबसे अधिक 46 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने का रिकॉर्ड बना था। बारिश के चलते इस सीजन में प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में कई बार आवाजाही पूरी तरह से ठप रही। इसके साथ ही जान- माल का भी खतरा बना रहता है। यही वजह है कि श्रद्धालु मानसून सीजन (Uttarakhand Weather) के दौरान यात्रा कम ही करते हैं। ऐसे में अब जब मानसून की रवानगी, चारधाम यात्रा भी अंतिम चरण में है तो एक बार फिर श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है।