उत्तराखंड में मानव वन्यजीव संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन उत्तराखंड के जिलों से जंगली जानवरों के हमले की दिल दहला देने वाली घटनाएं सामने आ रही हैं। Uttarakhand State Wildlife Board Meeting अब तो दिन-दहाड़े लोगों के ऊपर जंगली जानवर हमला कर रहे हैं और उनको या तो मौत के घाट उतार दे रहे हैं या फिर गंभीर रूप से घायल कर दे रहे हैं। लगातार बढ़ रहे मानव वन्यजीव संघर्ष मामले को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की अध्यक्षता में उत्तराखंड राज्य वन्यजीव बोर्ड की 20वीं बैठक हुई। बैठक में सीएम धामी ने विभागीय अधिकारियों को मानव वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए प्रभावी प्रयास करने के निर्देश दिए। साथ ही जंगलों से लगते हुए जगहों पर बायो फेंसिंग करने को कहा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि विभागीय अधिकारी मानव वन्यजीव संघर्ष को कम करने और इसके समाधान के लिए नीति बनाते हुए गंभीरता से काम करें।
मानव वन्यजीव संघर्ष में मृतकों के परिजनों और घायलों को जल्द से जल्द तय सहायता राशि उपलब्ध करवाई जाए। मानव वन्यजीव संघर्ष पर लगाम लगाने के लिए चिन्हित हॉट स्पॉट पर वन कर्मियों की गश्त बढ़ाने को कहा गया है। साथ ही वन कर्मियों को पर्याप्त मात्रा में उपकरण कैमरा ट्रैप, एनाइडर, ट्रेंकुलाइजर गन समेत अन्य जरूरी सामग्री दी जाए। इसके अलावा आधुनिक उपकरण जैसे ड्रोन के जरिए से भी जंगली जानवरों पर नजर रखी जाए। सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन प्रभागों में मानव वन्यजीव संघर्ष के ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं, उन क्षेत्रों में विशेष ध्यान दिया जाए। हल्द्वानी में प्रस्तावित जू एंड सफारी के मास्टर प्लान पर जल्द डीपीआर बनाने को भी कहा। राजाजी टाइगर रिजर्व के तहत आने वाले चौरासी कुटिया का अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित करने के निर्देश दिए गए हैं।