मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज केदारघाटी में अतिवृष्टि से हुए प्रभावित आपदा क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया। CM Dhami in Gourikund इस दौरान मुख्यमंत्री ने आपदा व रेस्क्यू की जानकारी देते हुए लिंचोली आपातकालीन हेलीपैड पर रेस्क्यू के लिए इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं से मुलाकात कर उनकी कुशलक्षेम पूछी। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को जल्द से जल्द सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित रेस्क्यू करने, फूड पैकेट्स एवं पानी वितरण करने सहित फर्स्ट एड व चिकित्सा सुविधाओं का पूरा ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने अत्यधिक बारिश से क्षतिग्रस्त केदारघाटी के स्थानों का हवाई सर्वेक्षण भी किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि क्षतिग्रस्त पैदल मार्गों के सुधारीकरण का कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि के कारण जो भी लोग संवेदनशील स्थानों में फंसे हुए हैं उन्हें निकालने का कार्य लगातार गतिमान है। अभी तक काफी संख्या में लोगों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचा दिया गया है तथा सभी पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि से बहे पुल व क्षतिग्रस्त मार्गों को बनाने की कार्यवाही भी गतिमान है। मौसम के सामान्य होते ही यात्रा निर्बाध रूप से संचालित कर दी जाएगी। उत्तराखंड में भारी बारिश और बादल फटने की घटना से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। दस लोगों की भी जान चली गई। वहीं बादल फटने से केदारनाथ पैदल मार्ग पर कई श्रद्धालु फंसे थे। प्रदेश के मुखिया सीएम धामी अलर्ट दिखे तो अधिकारी भी सतर्क नजर आए। केदारनाथ में फंसे श्रद्धालुओं तक रात में राहत सामग्री पहुंचाई गई, वहीं सीएम धामी सुबह से ही प्रदेश के अलग-अलग जनपदों हवाई एवं स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे।