उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर स्थित जसपुर विधानसभा का एक बड़ा मामला सामने आया है। जसपुर सीट से कांग्रेस विधायक आदेश सिंह चौहान ने एसएसपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। विधायक का कहना है कि जसपुर के एसएसपी मेरी हत्या कराना चाहते हैं। जसपुर विधायक ने कहा, “एसएसपी मेरी हत्या कराना चाहते हैं। सूदखोरी के खिलाफ आवाज उठाने के कारण मेरे साथ बदतमीजी की गई है। मैं एसएसपी को हटाए जाने तक सुरक्षा नहीं लूंगा।” कांग्रेस विधायक के इस दावे के बाद जसपुर की पुलिस पर सवाल उठने लगे हैं। वहीं विधायक ने पुलिस की सुरक्षा लेने से भी इनकार कर दिया है।
वहीं कांग्रेस ने इस मुद्दे पर आक्रामक होकर धामी सरकार को निशाने पर ले लिया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा है कि 27 अगस्त को सुबह करीब 9:30बजे जसपुर विधायक आदेश चौहान पर घर के अन्दर घुसकर हमला/मारपीट हुई जिसकी प्रदेश कांग्रेस कमेटी घोर निंदा करती है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष माहरा ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में राज्य की कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है कि एक जनप्रतिनिधि भी अपने आवास पर सुरक्षित नहीं है तो आम जनता का क्या हाल होगा?
दरअसल मामला जसपुर विधायक के एसडीएम से शिकायत करने को लेकर है। करन माहरा ने बताया कि जसपुर विधायक आदेश चौहान ने अपनी विधानसभा में बढ़ रही सूदखोरी के खिलाफ संलिप्त व्यापारियों की जांच, उनके लाइसेंस की जांच एवं उनके इनकम टैक्स की जांच करवाये जाने के लिए एक पत्र उपजिलाधिकारी को सौंपा था। माहरा ने कहा कि इसी बात से खिन्न होकर कुछ व्यापारियों ने स्थानीय विधायक के आवास पर जाकर उन पर दबाव बनाने की कोशिश की कि वह अपनी जांच की मांग को वापस ले लें। जब स्थानीय विधायक ने जनहित में उनकी बात मानने से मना कर दिया तो सब ने तैश में आकर विधायक पर हमला कर दिया। माहरा ने जानकारी देते हुए बताया कि स्थानीय पुलिस द्वारा आदेश चौहान पर हमला करने वाले व्यापारियों को गिरफ्तार कर कुछ ही देर में हमलावरों को सत्तारूढ़ दल के पूर्व विधायक के दबाव में आकर छोड़ भी दिया।साथ ही विधायक आदेश चौहान के गनर को भी पुलिस प्रशासन द्वारा उनकी सुरक्षा से हटा दिया?