उत्तराखंड के लिए मंगलवार का दिन अमंगल साबित हुआ। जम्मू-कश्मीर के कठुआ में सोमवार को हुए आतंकी हमले में उत्तराखंड के पांच जवान शहीद हो गए। Kathua terrorist attack एक साथ पांच बेटों की शहादत से पूरे प्रदेश में शोक की लहर है। आतंकी हमले में कीर्तिनगर ब्लॉक के थाती डागर निवासी राइफलमैन आदर्श नेगी, रुद्रप्रयाग निवासी नायब सूबेदार आनंद सिंह, लैंसडाउन निवासी हवलदार कमल सिंह, टिहरी गढ़वाल निवासी नायक विनोद सिंह, रिखणीखाल निवासी राइफलमैन अनुज नेगी ने बलिदान दिया है। सूचना मिलते ही परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। सभी गांवों में लोग सदमे में हैं। कीर्तिनगर में थाती डागर निवासी राइफलमैन आदर्श नेगी राइफलमैन के पद पर तैनात थे। 26 वर्षीय आदर्श टिहरी जिले के कीर्तिनगर ब्लॉक के थाती डागर गांव के रहने वाले थे। उनके पिता दलबीर सिंह नेगी गांव में ही खेतीबाड़ी का काम करते हैं।
जम्मू कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले में रुद्रप्रयाग जिले के कांडाखाल निवासी आनंद सिंह रावत भी शहीद हुए हैं। आनंद सिंह रावत की उम्र 41 साल थी। वो सेना में नायब सुबेदार के पद पर थे। उनकी शहादत की खबर आने के बाद से परिवार में मातम का माहौल है। शहीद का परिवार देहरादून में रहता है। पौड़ी जिले के हवलदार कमल सिंह भी कठुआ आतंकी हमले में शहीद हुए हैं। हवलदार कमल सिंह लैंसडाउन तहसील के पापरी गांव के निवासी थे। पौड़ी गढ़वाल जिले के राइफलमैन अनुज नेगी भी कठुआ आतंकी हमले में शहीद हो गए हैं। अनुज नेगी रिखणीखाल तालुक के डोबरिया गांव के निवासी थे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पांच जवानों की शहादत पर दुख जताया है। उन्होंने कहा- मैं बदनोटा, कठुआ (जम्मू-कश्मीर) में हुए आतंकवादी हमले में हमारे पांच बहादुर भारतीय सेना के जवानों की मौत से बहुत दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं, राष्ट्र इस कठिन समय में उनके साथ मजबूती से खड़ा है। आतंकवाद विरोधी अभियान जारी है, और हमारे सैनिक क्षेत्र में शांति और व्यवस्था कायम करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।