भीषण गर्मी की वजह बढ़ती आबादी और वाहनों का दबाव है। स्नान पर्व और चारधाम यात्रा के चलते लाखों लोग हरिद्वार पहुंच रहे हैं। बाजारों की सड़कों से लेकर हाईवे तक वाहनों की कतार लग रही है। वाहन घंटों जाम में फंस रहे हैं। वाहनों के इंजन और एसी चलने से वातावरण में गर्मी बढ़ रही है। जिसके चलते हरिद्वार में 10 जून बीते 42 सालों में सबसे अधिक गर्म दिन रहा। हरिद्वार का अधिकतम तापमान शुक्रवार को 43.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। हरिद्वार में लगातार गर्मी बढ़ती जा रही है। अधिकतम तापमान में हर रोज वृद्धि हो रही है।
धर्मनगरी में सूरज आग उगल रहा है। लू के थपेड़ों ने लोगों का बुरा हाल कर दिया है। बहादराबाद मौसम विभाग के शोध पर्यवेक्षक नरेंद्र रावत के मुताबिक शुक्रवार को बहादराबाद का अधिकतम तापमान 43 डिग्री दर्ज किया गया। हरिद्वार का तापमान 43.5 डिग्री रहा। नरेंद्र रावत के मुताबिक 1980 के बाद जून माह की 10 तारीख में अब तक सर्वाधिक तापमान रिकार्ड हुआ है। हरिद्वार पहुंचे यात्रियों ने गर्मी से राहत पाने के लिए गंगा का सहारा लिया। घाटों पर डुबकी लगाकर गर्मी से बचाव किया। दोपहर 12 से शाम पांच बजे तक घाटों पर काफी भीड़ रही।
वहीं, आज (शनिवार) को भी राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि राज्य के मैदानी क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहेगा। कुछ स्थानों में तेज सतही हवाएं चलने की संभावना है। कई जगह हीट वेव की स्थिति रहने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एवं वरिष्ठ मौसम विज्ञानी विक्रम सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की हल्की सक्रियता से मौसम में एक-दो दिन बदलाव देखने को मिलेगा। जहां तक प्री मानसून बारिश का सवाल है तो वह 15 जून से आ सकती है।