उत्तराखंड में वनाग्नि की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। आलम ये है कि पिछले 24 घंटे के भीतर 64 जगहों पर आग की घटनाएं हुई हैं। Forest Fire In Uttarakhand इस घटना में 3 लोगों की मौत और एक व्यक्ति घायल हुआ है। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश में वनाग्नि को रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों को लेकर उच्चाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। देहरादून सचिवालय में शासन के आला अधिकारी इस बैठक में मौजूद रहे। मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा है कि वन अग्नि को रोकने के लिए स्थानीय लोगों की मदद बेहद जरूरी है साथ ही शासन यह भी अपील करता है कि कृपया जंगलों में आग न लगाए।
चार धाम यात्रा के लिए भी प्रशासन पूरी तरह तैयार है। सभी जिले से जिलों के बड़े अफसर ऑनलाइन के माध्यम से भी जुड़े थे इसके साथ-साथ पेयजल के लिए भी लॉन्ग टर्म और शॉर्ट टर्म प्लान तैयार किया जा रहा है। जल्द ही पेयजल की समस्या से भी निजात मिलेगी चार धाम यात्रा को इस बार पॉलिथीन फ्री बनाने का निर्णय भी निर्णय लिया गया है साथी साफ-सफाई पर विशेष फोकस किया जा रहा है। साथ ही यात्रा मार्ग की सभी सड़क दुरुस्त की जाएंगे। वन विभाग के मुखिया धनंजय मोहन ने बताया है। कि इस बार जो जंगल में आग लगने की घटनाएं प्रदेश में हुए वह सर्वाधिक हैं और इसमें कई बड़ी घटनाएं ऐसी भी हैं जो लोगो द्वारा लगाई गई है लोगों से अपील की जा रही है कि जंगलों में आग ना लगाए प्रदेश के ऐसे जिले जहां अभी तक अग्निकांड की घटनाएं नहीं घटित हुई है, वहां पर भी वन क्षेत्र पर विशेष निगाह रखी जा रही है।