उत्तराखंड चारधाम यात्रा 10 मई से शुरू हो चुकी है। 10 मई को गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ जबकि 12 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालु हेतू दर्शनों के लिए खोल दिए गए। Garhwal Commissioner Inspected Chardham Yatra Registration लगातार चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। यात्रा के लिए लगातार पंजीकरण कार्यालय परिसर में बढ़ रही भीड़ को देखते हुए गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने व्यवस्थाओं को मौके पर आकर देखा। गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने निरीक्षण कर कहा, पंजीकरण के दौरान यात्रियों को दो-चार दिन बाद का स्लाॅट मिलता है तो उनके रहने, खाने का इंतजाम प्रशासन करेगा। जिसके बाद तमाम व्यवस्थाएं जहां दुरुस्त होने की बात गढ़वाल आयुक्त ने की। वहीं कुछ व्यवस्थाओं को बेहतर करने के निर्देश गढ़वाल आयुक्त ने अधीनस्थ अधिकारियों को दिए।
गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने बताया कि लगातार चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अभी तक ऑनलाइन 25 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कर लिया है। जबकि ग्रामीण इलाकों से आने वाले श्रद्धालु ऋषिकेश और हरिद्वार पहुंचकर ऑफलाइन पंजीकरण कर रहे हैं। भीड़ को देखते हुए यह तो संभव नहीं है कि चारों धामों में अनलिमिटेड श्रद्धालुओं को भेजा जाए। क्योंकि ऐसा करने से धामों में अव्यवस्था फैलेगी और दुर्घटना होने की आशंका बनेगी। इसलिए सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को चारों धाम भेजा जा रहा है। जो श्रद्धालु ऑफलाइन पंजीकरण के लिए ऋषिकेश पहुंचकर यात्रा पर जाना चाहते हैं, उनको भी चारों धामों के सुगम दर्शन हो, इसके लिए शासन और प्रशासन व्यवस्था करने में लगा है।