पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ने अंदेशा जताया है कि भाजपा उत्तराखंड में आम चुनाव समय से पहले करा सकती है। इंटरनेट मीडिया पर अपनी पोस्ट हरदा ने कहा कि भाजपा की उत्तराखंड में लोकप्रियता तेजी से कम हुई है। चुनावी वर्ष में जिस तरीके से मुख्यमंत्री बदला गया है, उससे आशंकाएं हैं कि भाजपा मुख्यमंत्री को उपचुनाव न लड़ाए, और समय से छह माह पहले ही राज्य को आम चुनाव में झोंक दे। उन्होंने कहा कि जिसतरह भाजपा में गुटबाजी सामने आई है, उससे उपचुनाव में हार का खतरा भाजपा के लिए मंडरा रहा है। उन्होंने सल्ट सीट पर उपचुनाव नहीं कराने का अंदेशा भी जताया।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने हार के डर से ही निशंक और अजय भट्ट को मुख्यमंत्री नहीं बनाया है। भाजपा राज्य में नेतृत्व परिवर्तन के बाद और उससे पहले लोकप्रियता खो चुकी है। भाजपा में बढ़ती उठापटक की वजह से राज्य उपचुनाव की तरह नहीं, बल्कि आम चुनाव की तरफ बढ़ रहा है।