उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत का नाम ही मतदाता सूची से गायब हो गया है। वोटिंग लिस्ट में अपना नाम नहीं होने की वजह से हरीश रावत आज अपना वोट नहीं डाल पाए। Harish Rawat Name Missing कांग्रेस नेता ने इस पर अपनी नाराजगी जाहिर की और कहा कि मुझे बहुत निराशा हो रही है कि मैं अपने मत का प्रयोग नहीं कर पाया। लिस्ट नाम नहीं होने का जिम्मेदार उन्होंने बीजेपी को बताया है। हरीश रावत ने कहा कि मैं सुबह से तैयार हूं लेकिन जहां लोकसभा चुनाव में वोट डाला था वहां तो नहीं मिल रहा है। मैं किसी को दोष देने के लिए ये बात नहीं कह रहा हूं। एक नागरिक के तौर पर मुझे सचेत रहना चाहिए था।
हरीश रावत के आरोपों का बीजेपी ने कटाक्ष के साथ जवाब दिया है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि हरीश रावत मतदान के प्रति कितने जागरूक है, इसका पता इससे लगता है कि वो वोटिंग के दिन ही अपने मत को ढूंढने निकले है। शायद हरीश रावत को पता ही नहीं है कि वो कहा के वोटर हैं। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा हरीश रावत कभी हरिद्वार तो कभी उधम सिंह नगर तो कभी अल्मोड़ा से चुनाव लड़ते हैं। हरीश रावत को तो यही नहीं पता है कि वो ग्रामीण क्षेत्र के मतदाता है या फिर निकाय के वोटर। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने तंज कसते हुए कहा कि जब चुनाव के दिन हार होने लगती है तो आरोप के लिए कुछ रास्ते ढूंढ़ें जाते है।