दिल्ली से हरिद्वार की ओर आ रहे हैं तो देख लीजिए ट्रैफिक प्लान..वरना मिलेगा जाम ही जाम

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Haridwar News: इस साल कांवड़ यात्रा का भव्य आयोजन होने जा रहा है। इस दौरान करोड़ों श्रद्धालुओं के हरिद्वार पहुंचने की उम्मीद है। यात्रियों और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हरिद्वार पुलिस ने ट्रैफिक प्लान जारी किया है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि हरिद्वार में यातायात का दवाब अधिक होने पर दिल्ली-मेरठ की तरफ से आने वाले समस्त वाहनों को नंगला इमरती सर्विस लेन एनएच 334 से लंढौरा लक्सर होते हुए हरिद्वार को भेजा जायेगा।

यह रहेगा यातायात प्‍लान:

  • पंजाब-सहारनपुर से हरिद्वार जाने वाले वाहनों को भगवानपुर एनएच-344 से बिझौली अब्दुल कलाम चौक – नंगला इमरती सर्विस लेन से लंढौरा लक्सर होते हुए हरिद्वार को भेजा जायेगा। देहरादून एंव पर्वतीय क्षेत्रों की तरफ जाने वाले समस्त वाहनों को रामपुर तिराहा, मुजफ्फरनगर यूपी से डायवर्ट कर देवबन्द- गागलहेडी मोहंड होते हुए देहरादून एवं पर्वतीय क्षेत्रों को भेजा जायेगा।
  • नजीबाबाद एंव कुमाऊं की तरफ जाने वाले समस्त वाहनों को विलासपुर तिराहा से डायवर्ट कर मीरापुर – बिजनौर होते हुए नजीबाबाद – कुमाऊं क्षेत्रों को भेजा जायेगा। सामान्य दिनों में नजीबाबाद एवं कुमाऊं की तरफ जाने वाले समस्त वाहनों को नंगला इमरती सर्विस लेन एनएच 334 से लढौंरा लक्सर- बालावाली से बिजनौर होते हुए नजीबाबाद – कुमाऊं क्षेत्रों को भेजा जायेगा।
  • दिल्ली मेरठ मुजफ्फरनगर से देहरादून जाने वाले समस्त वाहनों को बिझौली सर्विस लेन अब्दुल कलाम चौक- भगवानपुर एनएच -344 से मण्डावर मोहंड होते हुए देहरादून एवं पर्वतीय क्षेत्रों को भेजा जायेगा।
  • एसपी यातायात रेखा यादव ने बताया कि आठ जुलाई तक आवश्यक सेवाओं में प्रयुक्त होने वाले वाहनों के अतिरिक्त सभी भारी वाहनों का प्रातः 05.00 बजे से रात्रि 11 बजे तक शहर में प्रवेश पूर्णतः प्रतिबन्धित रहेगा। नौ जुलाई से दिनांक 17 जुलाई तक आवश्यक सेवाओं में प्रयुक्त वाहनों के अलावा सभी भारी वाहनों का शहर में प्रवेश पूर्णतः प्रतिबन्धित रहेगा।
  • सात जुलाई तक तक सभी वाहन सामान्य रूप से पूर्व से निर्धारित रूट पर ही चलेंगे। आठ जुलाई से 15 जुलाई तक कांवड़ मेले में आने वाले सभी छोटे / बड़े वाहनों का पार्किंग स्थलों के लिए डायवर्जन किया जायेगा। आठ जुलाई से ही जनपद सीमा से हरिद्वार शहर की तरफ प्रवेश करने वाले सभी छोटे बड़े वाहनों का वैकल्पिक मार्गों से डायवर्जन किया जायेगा।