Bageshwar By-Election: बागेश्वर उपचुनाव के ऐलान के बाद बीजेपी लगातार तैयारियों में जुटी हुई है। एक तरफ जहां बीजेपी ने बागेश्वर उपचुनाव को लेकर प्रचार प्रसार की रणनीति बना ली है तो वहीं दूसरी तरफ प्रत्याशी चयन को लेकर कसरत चल रही है। भाजपा बागेश्वर उपचुनाव में पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वर्गीय चंदनराम दास की पत्नी या बेटे पर दांव लगा सकती है। बृहस्पतिवार को चुनाव संचालन समिति ने संभावित पांच दावेदारों के नामों पर चर्चा के बाद जो तीन नाम छांटे हैं, उनमें दो नाम दास की पत्नी और बेटे का बताया जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की अध्यक्षता में हुई बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक व महिला मोर्चा की आशा नौटियाल मौजूद थी।
सूत्रों के मुताबिक, विधानसभा चुनाव प्रबंधन टोली ने राज्य संसदीय बोर्ड को पांच नाम भेजे जिनमें चंदन राम दास की पत्नी पार्वती दास, बेटा गौरव दास, पार्टी के वरिष्ठ नेता जेसी आर्य, दीपा आर्य व मथुरा प्रसाद के नाम शामिल हैं। पार्टी पुरानी परंपरा के अनुसार, सहानुभूति का दांव चलेगी। पार्टी का भी चंदनराम दास की पत्नी को प्रत्याशी बनाए जाने पर जोर है। हालांकि उनके बेटे की मजबूत दावेदारी मानी जा रही है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक तीन नामों का पैनल तैयार कर इसे केंद्रीय संसदीय बोर्ड को भेज दिया जाएगा। माना जा रहा है कि संसदीय बोर्ड अगले दो दिनों में प्रत्याशी की घोषणा कर सकती है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि भाजपा बागेश्वर उपचुनाव में चंपावत उपचुनाव की तर्ज पर पहले से अधिक रिकार्ड मतों से जीत दर्ज करेगी। बागेश्वर की जनता कांग्रेस की नकारात्मक राजनीति को दरकिनार कर अपने प्रिय नेता स्वर्गीय चंदन रामदास को ऐतिहासिक जीत के साथ श्रद्धांजलि देगी। पार्टी इस उपचुनाव की दो महीने से तैयारी में जुटी है। पहले ही शक्ति केंद्र और बूथ स्तर पर बैठकें हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री धामी के कार्यक्रम और प्रदेश पदाधिकारियों के प्रवास वहां संपन्न हो चुके हैं। नामांकन को लेकर उन्होंने बताया कि केंद्र से नाम तय होने के साथ ही नामांकन की तारीख घोषित कर दी जाएगी।