उत्तराखंड: 20 लाख के लिए दरोगा ने दोस्तों के साथ मिलकर की मां-बेटे की हत्या, ऐसे ठिकाने लगाए शव

हरिद्वार जिले में दरोगा ने दो साथियों ने मिलकर एक नेत्रहीन मां-बेटे को मौत के घाट उतार दिया। मामले में पुलिस ने रोशनाबाद पुलिस लाइन में तैनात आरोपी दारोगा समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।

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लालच में इंसान इस कदर अंधा हो जाता है कि उसे सही और गलत का फर्क ही नजर नहीं आता। ऐसा ही एक मामला हरिद्वार में देखने को मिला। 14 फरवरी को झबरेड़ा क्षेत्र में नाले से 16 वर्षीय किशोर की लाश मिली थी। Haridwar Double Murder Case मामले में पुलिस ने रोशनाबाद पुलिस लाइन में तैनात आरोपी दारोगा समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। फिलहाल, पुलिस महिला के शव की तलाश में जुटी हुई है। एसएसपी प्रमेेंद्र डोबाल ने बताया उत्तर प्रदेश के कांठ मुरादाबाद निवासी दृष्टिहीन ममता अपनी प्रॉपर्टी बेचकर रोजगार की तलाश में करीब डेढ़ साल पहले हरिद्वार आई थी। ममता ने बेची गई प्रॉपर्टी के रुपयों से हरिद्वार के रोशनाबाद में एक मकान खरीदा। जहां वो अपने बेटे नरेंद्र उर्फ राजा का पालन पोषण कर रही थी। वहीं, रोजगार की तलाश के दौरान ममता पुलिस लाइन रोशनाबाद में तैनात एक दारोगा और एक अन्य व्यक्ति शहजाद के संपर्क में आई। दोनों ने उसे भरोसे में लेकर प्रॉपर्टी बेचने के लिए उकसाया।

इसके बाद जब महिला ने रोशनाबाद की जमीन बेचकर झबरेड़ा में शिफ्ट होने का प्लान बनाया तो इसी बीच हेड कांस्टेबल छुन्ना सिंह ने हत्या की साजिश रच दी। पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि उसने ऑल्टो कार में अपने दोस्तों के साथ मिलकर मां और बेटे की गला दबाकर हत्या कर दी। बेटे की लाश को उसने नाले में फेंका और मां को नहर में फेंक दिया। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त ऑल्टो कार और आरोपियों में बंटे दस लाख रुपये भी बरामद किए हैं। मामले में रोशनाबाद पुलिस लाइन में तैनात आरोपी दरोगा छुन्ना सिंह पुत्र भोलानाथ निवासी ग्राम राठा, औरैया (उत्तर प्रदेश), विनोद उर्फ काला पुत्र अमर सिंह निवासी सराय जवालापुर, शहजाद पुत्र शराफत निवासी ग्राम अकबरपुर (झबरेड़ा) गिरफ्तार कर लिया। वहीं, पुलिस की टीम ने बंटवारे में आई रकम से खरीदी गई ऑल्टो कार भी बरामद कर ली है।