उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में बीते 9 दिन से 41 मजदूर फंसे हुए हैं। अभी तक इन्हें बाहर नहीं निकाला जा सका है। International tunnel expert Arnold Dix reached Silkyara अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स भी आज उत्तरकाशी पहुंचे हैं। उन्होंने पिछले 9 दिन से रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी टीम के सदस्यों से बातचीत की। प्रोफेसर अर्नोल्ड डिक्स ने खुशी जताते हुए कहा कि उनके साथ जो टीम रेस्क्यू ऑपरेशन का काम कर रही है, वो बहुत ही शानदार है। हम जल्द ही सुरंग में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने जा रहे हैं। टनल के ऊपर 320 मीटर दूरी पर ड्रिलिंग स्थान तय किया है। यह ड्रिल 89 मीटर गहराई तक होगी। इस ड्रिल का डायमीटर 1.2 मीटर है. इसका सेटअप अगले 24 घंटे में हो सकता है। माना जा रहा है कि यह ड्रील तीन दिन में पूरी होगी।
दरअसल रेस्क्यू टीमें अब टनल के अंदर 9 दिन से फंसे मजदूरों को बचाने के लिए कई रास्तों पर विचार कर रही हैं। इनमें सबसे प्रमुख टनल के ऊपर से ड्रिल करके मजदूरों तक पहुंचना है। इसके साथ ही टनल के दूसरे सिरे की ड्रिल करके मजदूरों तक पहुंचने का भी प्लान है। इसके साथ ही टनल के दाएं और बाएं सिरे से भी ड्रिलिंग का विकल्प रखा गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सिलक्यारा सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों के जो परिजन यहां आना चाहते हैं, उनके आवागमन का खर्च राज्य सरकार उठाएगी। जरूरतमंद परिजनों के मोबाइल रिचार्ज, भोजन और रहने की व्यवस्था भी की जाएगी। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन कर उत्तरकाशी के सिल्क्यारा के पास टनल में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए जारी राहत और बचाव कार्यों के बारे में जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से आवश्यक बचाव उपकरण और संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।