चारधाम यात्रा रूट पर प्लास्टिक बैन, धामी सरकार की नदियों को स्वच्छ रखने की कवायद

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Chardham Yatra 2023: साल 2022 के चारधाम यात्रा में यात्रियों की संख्या ने सारे रिकॉर्ड तोड़े दिए थे। इसके साथ ही चारधाम यात्रा में अव्यवस्थाएं भी देखने को मिली थी। जिसमें कूड़ा निस्तारण की समस्या भी अहम था। खासकर हिमालय में बसे केदारनाथ के बुग्याल में फैले कूड़े की वजह से सरकार की जमकर किरकिरी हुई थी। लिहाजा, इससे सबक लेकर सरकार इस बार प्लास्टिक पर बैन लगाने जा रही है। चारधाम यात्रा मार्ग पर 27 छोटे-बड़े शहर पड़ते हैं। जहां यात्रा सीजन में काफी चहल पहल रहती है। यात्रा के दौरान सामान्य रूप से ज्यादा दबाव होने की वजह से इन शहरों में सफाई व्यवस्था पर भी असर पड़ता है। लिहाजा, इस बार चारधाम यात्रा मार्ग पर प्लास्टिक पर पूरी तरह से बैन लगाया गया है। साथ ही सरकार ने यात्रियों से गंदगी को नदियों में न फेंकने की अपील की है।

शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि चारधाम यात्रा रूट पर पड़ने वाले सभी 27 छोटे-बड़े शहरों में इस यात्रा सीजन के दौरान प्लास्टिक को पूरी तरह से प्रतिबंधित रखा जाएगा। साथ ही प्लास्टिक प्रतिबंध को प्रभावी रूप से धरातल पर उतारने के लिए इसके लिए मैन पावर की व्यवस्था करनी पड़ी तो उसको भी किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने बताया कि यात्रा रूट पर पड़ने वाले सभी 27 शहरों में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर के पहले से ही काम चल रहा है। यात्रा सीजन के दौरान दबाव बढ़ने पर शहरी विकास विभाग की ओर से अतिरिक्त व्यवस्था भी की जाएगी। बीते साल जिस तरह से तमाम वीडियो सोशल मीडिया पर नदियों में कूड़ा डालने के वायरल हुए थे, उन्हें देखते हुए इस बार शहरी विकास विभाग पूरी तरह से मुस्तैद नजर आ रहा है। नदियों में किसी भी तरह की गंदगी न डाली जाए, इसके लिए तमाम इंतजामात किए जा रहे हैं।