कुमाऊं कमिश्नर की सरकारी ऑफिस में छापेमारी, गायब मिले कर्मचारी..गड़बड़ी पर भड़के

कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने सिटी मजिस्ट्रेट और उपजिलाधिकारी कार्यालय में छापेमारी की। इस दौरान उन्हें यहां कई अनियमितताएं मिली। जिस पर कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत भड़क उठे।

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कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने अचानक सिटी मजिस्ट्रेट और उपजिलाधिकारी कार्यालय में छापा मारा। Kumaon Commissioner Deepak Rawat raided the City Magistrate’s office कमिश्नर दीपक रावत को सरकारी दफ्तर में देखते ही अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। कमिश्नर दीपक रावत ने सिटी मजिस्ट्रेट और उपजिलाधिकारी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उपजिलाधिकारी कार्यालय की पार्किंग में जमा पर्ची में अनियमितता पाए जाने पर पार्किंग स्वामी को नोटिस देने के निर्देश दिए। उपजिलाधिकारी कार्यालय में साफ-सफाई नहीं होने पर सिटी मजिस्ट्रेट एवं उपजिलाधिकारी को नियमित साफ सफाई के साथ ही डस्टबिन भी रखने के निर्देश दिए।

सिटी मजिस्ट्रेट, उपजिलाधिकारी एवं प्राधिकरण की उपस्थिति पंजिका के निरीक्षण के दौरान दीपक रावत ने पाया कि तीन कर्मचारियों द्वारा पंजिका में हस्तारक्षर नहीं किए गए थे। वहीं, कर्मचारी कार्यालय में उक्त अवधि में उपस्थित नहीं थे। जिस पर आयुक्त ने सिटी मजिस्ट्रेट को कर्मचारियों का स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए। कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने मंडल के सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता से संबंधित कार्यों के लिए उपजिलाधिकारी एवं तहसील कार्यालयों में लंबित रजिस्टर होना अनिवार्य है कि कितने लोगों के प्रकरण पर कार्रवाई नहीं हुई तो कारण क्या था। उन्होंने कहा भविष्य में कार्यालय में लंबित प्रकरणों के लिए रजिस्टर ना मिलने पर संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।