उत्तराखंड में बारिश का कहर: आज भी बारिश ओलावृष्टि के आसार, ऑरेंज अलर्ट जारी

मौसम विज्ञान केंद्र ने शुक्रवार को उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, बागेश्वर, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ में ओलावृष्टि के साथ ही 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने का पूर्वानुमान जारी किया है।

Share

उत्तराखंड में दो दिन से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। खासकर पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश, ओलावृष्टि और अंधड़ से जनजीवन प्रभावित है। Uttarakhand Weather Today 11 April मौसम विभाग की ओर से प्रदेश में शुक्रवार को भी ज्यादातर क्षेत्रों में तीव्र बौछार, गर्जन के साथ ओलावृष्टि और आंधी चलने को लेकर चेतावनी जारी की गई है। गुरुवार को कुमाऊं में आकाशीय बिजली गिरने और बोल्डर की चपेट में आकर दो व्यक्तियों की मौत हो गई। गढ़वाल में नदी-गदेरे उफान पर आने से आसपास के क्षेत्रों में लोग घर छोड़ सुरक्षित इलाकों का रुख कर रहे हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण थंडरस्टॉर्म एक्टिविटी देखने को मिल रही है। आज भी दोनों मंडलों में थंडरस्टॉर्म की एक्टिविटी देखने को मिलेगी। ज्यादातर जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, बागेश्वर व अल्मोड़ा जिले में कहीं-कहीं गरज व आकाशीय बिजली चमकने के साथ बारिश हो सकती है। ओलावृष्टि और झोंकेदार हवाएं (40-50 किमी प्रति घंटा) से चलने की संभावना जताई गई है। वहीं हरिद्वार, देहरादून, पौड़ी और उधम सिंह नगर में गरज व आसमानी बिजली चमकने के साथ बारिश की संभावना जताई है। साथ ही ओलावृष्टि व झोंकेदार हवाए (60-70 किमी प्रति घंटा) से चलने की संभावना जताई गई है। तेज बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि ने खेतों में खड़ी गेहूं, सरसों, मसूर जैसी रबी की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। इसके अलावा बागवानी फसलें जैसे- सेब, नाशपाती, आड़ू आदि भी बर्बाद हो गई हैं। इस आपदा का सबसे बड़ा प्रभाव किसानों पर पड़ा है, जिनकी आय का मुख्य स्रोत खेती और बागवानी है।