Badrinath-Kedarnath Dham: केदारनाथ-बद्रीनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था ITBP के हवाले, हटाई गई पीएसी

केदारनाथ और बदरीनाथ मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी भारत तिब्बत सीमा पुलिस के हवाले कर दी गयी है। अभी तक यहां पर पुलिस व पीएससी के जवान तैनात रहते थे।

Share

विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद हो चुके है। अब केदारनाथ और बदरीनाथ मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी भारत तिब्बत सीमा पुलिस के हवाले कर दी गयी है। Kedarnath Badrinath Dham’s security is with ITBP अभी तक यहां पर पुलिस व पीएससी के जवान तैनात रहते थे। अब आईटीबीपी की प्लाटून को भी यहां तैनात कर दिया गया है। बदरीनाथ धाम में पुलिस ने श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार की उपस्थिति में मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था हिमवीरों के सुपुर्द की। केदारनाथ मंदिर और बद्रीनाथ मंदिर की गर्भगृह की दीवारें स्वर्ण मंडित हैं। साथ ही दोनों धाम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के कार्य भी चल रहे हैं। इन सबको देखते हुए दो वर्ष से शीतकाल में धाम की सुरक्षा का जिम्मा आइटीबीपी को दिया जा रहा है।

अब तक धामों में लोकल पुलिस ही सुरक्षा को देखती आ रही है। जो कि अधिक बर्फबारी में लौट आती थी। लेकिन अब पूरे शीतकाल में हिमबीर धामों में तैनात रहेंगे। अजेंद्र अजय ने बताया कि मंदिर समिति के कुछ कर्मचारी भी धामों में रहेंगे। ऐसी व्यवस्था की जा रही है। जिससे धामों में सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद आइटीबीपी की एक-एक प्लाटून दोनों धाम की सुरक्षा में लग गई है। इसमें प्लाटून कमांडर के साथ 30-30 जवान तैनात हैं। बता दें कि बदरीनाथ चमोली जिले में आता है। जिसका काफी भूभाग चीन सीमा से सटा हुआ है। जहां घुसपैठ करने की भी कोशिश होने का डर लगा रहता है। बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल में बंद कर दिए जाते हैं। इसी तरह केदारनाथ धाम रुद्रप्रयाग जिले में है। यहां भी शीतकाल में कपाट बंद हो जाते हैं। जहां इन दिनों जमकर बर्फबारी होती है।