मानसून का सीजन उत्तराखंड में बड़ी तबाही लेकर आया। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस बार मानसून में अब तक वर्षा 574 m m दर्ज की गई। Center’s team will reach Uttarakhand आपदा प्रबंधन सचिव का कहना है कि 2010 से लेकर अब तक इतनी अधिक मात्रा में वर्षा कभी दर्ज नहीं की गई। क्योंकि इससे प्रदेश में जान माल का भारी नुकसान हुआ है इसलिए अब केंद्र को 5700 करोड़ का अनुमानित मसौदा भेजा गया है, जिससे क्षतिपूर्ति हो सके। इसके बाद रविवार शाम तक केंद्र की टीम उत्तराखंड पहुंचेगी और सोमवार को आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर एस्टीमेट की जांच करेगी। साथ ही आपदा प्रबंधन भी क्षति और उसके भरपाई की योजना को उनके सामने रखेगा। इसके बाद केंद्र की टीम तय करेगी कि उत्तराखंड को कितना राहत पैकेज देना है।