Baba Tarsem Singh Murder: पेशेवर शूटरों ने दिया घटना को अंजाम, हत्यारों के नाम का हुआ खुलासा

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ऊधम सिंह नगर में नानकमत्‍ता साहिब गुरुद्वारा गुरुवार सुबह गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। बाइक पर सवार होकर आए दो पगड़ीधारी हमलावरों ने बाबा तरसेम सिंह पर फायरिंग कर दी। Baba Tarsem Singh Murder Case Latest Updates जिसके बाद बाइक सवार शूटर डेरा कार सेवा के भीतर के रास्ते से होते हुए बाबा टहल सिंह चैरिटेबल अस्पताल की ओर फरार हो गए थे। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने हत्यारोपितों की तलाश शुरू कर दी थी। पुलिस के अनुसार, प्लानिंग से पहले रेकी कर डेरे की गतिविधियों को परखा और मौका ताककर पांच सेकेंड में बाबा पर दो गोलियां दागकर राइफल लहराते भाग गए। हत्या को अंजाम देने वाले बदमाशों ने 19 मार्च को नानकमत्ता गुरुद्वारे की सराय का कमरा नंबर 23 बुक कराया था। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि बदमाश पिछले 10 दिनों से यहीं रहकर बाबा की रेकी कर थे। बताया जा रहा है कि दोनों चंपावत स्थित रीठा साहिब जाने की बात कहकर कमरे में ठहरे हुए थे।

सीसीटीवी फुटेज में दोनों हमलावर चप्पल पहने नजर आ रहे हैं और उनके जूते कमरे से बरामद हुए हैं। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि उन्हें सुबह बाबा तरसेम के डेरे में अकेले में बैठे होने की सूचना मिली होगी, जिस कारण वह जल्दबाजी में चप्पल पहनकर वारदात अंजाम देने पहुंच गए। वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों डेरे के दूसरे गेट से भागे। इससे साफ जाहिर होता है कि दोनों अपराधी वहां की भौगोलिक स्थिति से भलीभांति वाकिफ थे। यही वजह है कि दोनों ने हत्याकांड को सुनियोजित तरीके अंजाम दिया। बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड मामले में नामजद आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री नानकमत्ता साहिब के अध्यक्ष और पूर्व आईएएस हरबंस सिंह चुघ, तराई महासभा के अध्यक्ष प्रीतम सिंह संधू, नवाबगंज यूपी के डेरे के बाबा अनूप सिह शामिल है। चुनाव में तमाम सख्ती के बावजूद शूटर क्षेत्र में न सिर्फ दाखिल हो गए बल्कि कईं दिन रैकी कर उनके मंसूबे कामयाब भी हो गए। ऐसे में कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे है।