उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को लेकर चिंताएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। Uttarkashi Tunnel Accident Rescue update 15 दिन बीत जाने के बाद भी मजदूरों को कब बाहर निकाला जाएगा, इसको लेकर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। हालांकि टनल पर प्लान भी लागू कर दिया गया है। जिसके तहत वर्टिकल ड्रिलिंग की जा रही है। कुल 86 मीटर वर्टिकल ड्रिलिंग होनी है। अभी तक 24 मीटर ड्रिलिंग हो पाई है। इस हिसाब से सुरंग के अंदर फंसे मजदूर 62 मीटर दूरी पर हैं। उत्तराखंड शासन में सचिव डॉ. नीरज खैरवाल ने बताया कि पाइप में फंसे ऑगर मशीन की ब्लेड एवं साफ्ट को काटने का कार्य जारी है। इसके लिए लेजर कटर व प्लाज्मा कटर को भी मंगाया गया है, जो की सिलक्यारा पहुंच चुका है। उन्होंने बताया अब 13 मीटर के हिस्से को निकाला जाना बाकी है।
सचिव उत्तराखंड शासन डॉ. नीरज खैरवाल ने बताया कि पाइप में फंसे ऑगर बिट को निकाले जाने के बाद आगे का माइनिंग काम मैन्युअल रूप से किया जाएगा। जिसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। उन्होंने बताया अंदर फंसे सभी श्रमिक सकुशल हैं। सभी श्रमिक हिम्मत बनाए हुए हैं। श्रमिकों से बातचीत के लिए बीएसएनएल की मदद से अतिरिक्त कम्युनिकेशन सेटअप तैयार किया गया है। श्रमिकों को पर्याप्त मात्रा में भोजन और अन्य आवश्यक सामग्री मुहवैया कराई गई है। ड्रिल करने वाली अमेरिकन ऑगर मशीन अवरोध की जद में आने से टूट गई। उसका 45 मीटर हिस्सा 800 मिमी पाइप के भीतर फंस गया। बचाव दलों ने 20 मीटर हिस्सा तो गैस कटर से काटकर बाहर निकाल लिया, लेकिन 25 मीटर बचे हुए हिस्से को काटने के लिए अब हैदराबाद से प्लाज्मा कटर मंगाया गया है।