Uttarakhand के BJP नेता ने बेटी की शादी का कार्ड Social Media पर डाला | Uttarakhand News

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बेटी की शादी होनी… खुश होकर उत्तराखंड बीजेपी नेताने शादी के कार्ड को सोशल मीडिया पर वायरल किया
सोशल मीडिया यूजर ने जब कार्ड देखा… तो आंखे फटी की फटी रह गई…. सोच में पड़ गए… बीजेपी नेता ने ये क्या कर दिया ?
बीजेपी नेता के घर बैक टू बैक फोन आना शुरू हुआ… पहले सनातन धर्म को मानने वाले का फोन आया… फिर वकील का आया… और फिर एक महिला का भी फोन आया… सबने खूब सुनाई

सोचिए अगर आपकी बेटी है… आपकी बेटी ने अपनी मर्जी से अपने पसंद के लड़के से शादी की सहमति आप से ली… आपने कह दिया ठीक है… कर लो बेटा…हम तुम्हारे साथ है… और खुश होकर शादी का कार्ड सोशल मीडिया पर आप वायरल कर दे…लोगों को बताने लगे… हमारी बेटी की शादी है… आशीर्वाद दीजिए… तभी आप की नजर गई… शादी के कार्ड में दूल्हा के नाम पर तो देखा आपने ये तो अपनी जाति के नहीं है… अपने धर्म के नहीं हैं… तो क्या आप बवाल करेंगे… सवाल करेंगे… ऐसा क्यों किया… या फिर ये कहेंगे… ये आपके घर का मामला है… आपके बड़े बुजुर्ग ने ओके कर दिया… जब दूल्हा-दुल्हन राजी है… तो हम क्या करेंगे… दूल्हा-दुल्हन को शादी की बधाई….ये सब हम क्यों कह रहे हैं… इसके पीछे वजह है… उत्तराखंड से शादी का एक कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल हुआ… तो जिसको एतराज है… उसने दुल्हन के परिवार को जीना हराम कर दिया है… अपने तरह से जीने की आजादी पर सवाल उठाने लगे…. सवाल तो इसमें ये भी है… कि गलती किसकी है…
वैसे उत्तराखंड में अक्सर शादी के कार्ड वायरल होते रहते हैं… क्योंकि किसी के शादी के कार्ड पर नशा मुक्ति को लेकर होती हैं या फिर किसी का शादी का कार्ड गढ़वाली भाषा में छपा होता है… एक मुहिम के लिए अक्सर ऐसे कार्ड वायरल होते हैं लेकिन से सोशल मीडिया पर बीजेपी नेता की बेटी का शादी का कार्ड जमकर वायरल हो रहा है… जिसने सोशल मीडिया पर बवाल मचा रखा है शादी का कार्ड वायरल होने की वजह हिंदू और मुस्लिम धर्म के वर-वधू के बीच में हो रहा निकाह… विवाह विवाद की वजह बनी हुई है… कार्ड में शादी का समय शादी कहां पर होगी यह सब दर्ज किया हुआ है… वहीं दूल्हे पक्ष की भी जानकारी है तो दुल्हन पक्ष की भी पूरी जानकारी है… ये कार्ड भाजपा नेता और पौड़ी के पालिकाध्यक्ष यशपाल बेनाम की बेटी की शादी का हैं… मुस्लिम युवक के साथ भाजपा नेता की बेटी की शादी का कार्ड वायरल होने के बाद प्रदेशभर में इसकी चर्चा हो रही है… इसी फेहरिस्त में एक सनातन धर्म का खुद स्वंयभू समझने वाले एक शख्स का फोन बेनाम के पास आया… सुनिए वो क्या कहा रहा है….

वैसे भारत में शादी से जुड़े कई कानून बने हुए हैं…. इनमें से एक कानून स्पेशल मैरिज एक्ट 1954 है…. इस कानून के तहत दो अलग-अलग धर्मों के लड़के-लड़कियां बिना अपने धर्म को बदले शादी कर सकते हैं…. इस कानून के तहत दोनों को अपने धर्म में बदलाव करने की जरूरत नहीं है और बिना अपना धर्म बदले इस कानून के तहत रजिस्टर्ड शादी कर सकते हैं…. इस कानून के तहत शादी करने के लिए पहले से जानकारी देनी होती है ताकि किसी को अगर कोई आपत्ति हो तो वो रजिस्ट्रार के ऑफिस जाकर अपनी आपत्ति दर्ज करा सकता है… इसके बाद शादी के लिए एक फॉर्म भरना होता है और मैरिज रजिस्ट्रार के पास जमा कराना होता है….लेकिन बीजेपी नेता बेनाम अपनी बेटी की शादी दूसरे धर्म के लड़के से करने से पहले ऐसा नहीं किया… तो बैकटूबैक और भी कॉल आ गए….

भाजपा नेता व पौड़ी के पालिकाध्यक्ष यशपाल बेनाम ने कहा कि ये 21वीं सदी है और बच्चों को अपने फैसले लेने का पूरा हक है…इस पर किसी को भी एतराज नहीं होना चाहिए… दरअसल, यशपाल बेनाम की बेटी मोनिका की शादी अमेठी निवासी रईस अहमद के बेटे मोनिस से हो रही है… शादी को लेकर इन दिनों सोशल मीडिया में तरह-तरह की चर्चाएं हैं… कोई इसे धर्म से जोड़कर देख रहा है तो कोई किसी तरीके से… वैसे कहने वाले तो कह रहे हैं…. बीजेपी नेता तो फंस गए…