उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस: मुख्यमंत्री धामी ने की कई घोषणाएं, बोले- शीघ्र लागू होगी महिला नीति

उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस पर देहरादून के पुलिस लाइन में ये खास कार्यक्रम रखा गया था। इसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु राज्यपाल गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद थे।

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Uttarakhand Foundation Day: आज उत्तराखंड राज्य का 24वां स्थापना दिवस है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु  एवं राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) के गरिमामयी उपस्थिति में पुलिस लाइन देहरादून में राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित भव्य कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस अवसर पर राष्ट्रपति, राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री ने समस्त उत्तराखण्ड वासियों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि उत्तराखण्ड में आने का प्रत्येक अवसर मेरे लिए तीर्थ-यात्रा का पुण्य प्राप्त करने की तरह होता है।

उन्होंने कहा कि मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि उत्तराखंड के विकास में ईकॉलॉजी एवं ईकॉनॉमी दोनों पर ज़ोर दिया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा ग्रॉस इन्वायरमेंट प्रॉडक्ट यानी जीईपी का आकलन करने की पहल सराहनीय है। यहाँ बहु-आयामी प्रगति से निवेशकों में उत्साह है। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि हम डिजिटल क्रांति के युग में आगे बढ़ रहें हैं। साइबर सिक्योरिटी हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है इस दिशा में नई से नई टेक्नोलॉजी को सुरक्षा उपायों में शामिल करने की दिशा में आगे बढ़ रहें हैं। सरकार पारदर्शिता को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी को स्मरण करना आवश्यक है, उन्हीं के कार्यकाल में उत्तराखण्ड राज्य का स्वप्न साकार हुआ था। अटल जी द्वारा पुष्पित युवा उत्तराखण्ड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए हम पूरी निष्ठा के साथ निरंतर प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री की प्रेरणा से हमारी सरकार उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए दिन रात कार्य कर रही है। हमारी सरकार विकास के लिए प्रतिबद्ध है, जनता के प्रति जवाबदेह है, भरोसेमंद है तथा अपने कार्य में दक्ष है। 23 वर्ष में पहली बार बहुत से काम हुए हैं।

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि प्रदेश की मातृशक्ति के समग्र विकास एवं सशक्तिकरण के उद्देश्य से ’’महिला नीति’’ लायी गई है जिसको शीघ्र लागू किया जाएगा। देवभूमि के भविष्य को सुरक्षित रखने हेतु ’’बाल श्रम उन्मूलन’’ के लिए समस्त विभागों के समन्वय के साथ विशिष्ट कार्ययोजना बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि ड्रग्स फ्री उत्तराखंड के स्वप्न को साकार करने के लिए हमने ’’नशा मुक्त ग्राम’’ और ’’नशा मुक्त शहर’’ की योजना लाइ गई है, ऐसे क्षेत्रों को विशेष प्रोत्साहन दिया जाएगा। राज्य निर्माण में मातृशक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका रही है और महिलाएं हमारे राज्य की रीढ़ हैं।