उत्तराखंड विजिलेंस की टीम ने हरिद्वार जिले में बड़ी कार्रवाई की है। विजिलेंस ने लक्सर में तैनात वीडीओ (ग्राम विकास अधिकारी) को गिरफ्तार किया है। VDO arrested in Laksar ये कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले में हुई है। विवेचना में आरोपित की संपत्ति आय के सापेक्ष 314 प्रतिशत अधिक पाई गई। आरोपित ने अपनी पत्नी के नाम पर उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश में करोड़ों रुपये की संपत्ति व लग्जरी कार खरीदी थी। विजिलेंस ने आरोपित को गिरफ्तार कर कोर्ट के समक्ष पेश किया, जहां से उसे चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। ग्राम विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत रामपाल सिंह की तन्ख्वाह करीब एक लाख रुपये है। वह मर्सिडीज से चलता है और हरिद्वार से लेकर गाजियाबाद तक उसकी संपत्तियां हैं। अब यह ग्राम विकास अधिकारी विजिलेंस की हवालात में बंद है। विजिलेंस ने चार सालों तक जब जांच की तो टीम भी भौचक्की रह गई।
एसएसपी विजिलेंस धीरेंद्र कुमार गुंज्याल ने बताया कि आरोपी रामपाल के खिलाफ वर्ष 2020 में देहरादून सेक्टर में मुकदमा दर्ज किया गया था। उसकी एक जनवरी 2007 से लेकर 31 दिसंबर 2018 तक की आय और खर्च का हिसाब किया गया। पता चला कि उसने इस अवधि में वैध स्रोत से करीब डेढ़ करोड़ रुपये कमाए हैं। जबकि, खर्च इससे कहीं ज्यादा 6.23 करोड़ रुपये किए हैं। यह उसकी आय से लगभग 4.72 करोड़ रुपये यानी लगभग 314 फीसदी अधिक है। रामपाल सिंह निवासी कनखल, हरिद्वार को इस खर्च और आय से संबंधित पूछताछ के लिए बुलाया गया था। लेकिन, इसके बारे में वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर उसके खिलाफ अभियोजन चलाने की अनुमति शासन पहले दे चुका था। ऐसे में उसे विजिलेंस कार्यालय से ही गिरफ्तार कर लिया गया।