पीएम मोदी उत्तराखंड को आ रहे हैं लेकिन रुक वहां क्यों रहा
जो कमरा 100 सालों से बंद है जानिए उसका क्या है राज ?
पिथौरागढ़ के जिस कमरे में रुकेंगे पीएम मोदी…122 सालों से है बंद
पीएम मोदी उसी कमरे में क्यों रुकेंगे..जिसे 3 दशकों से नहीं खोला गया !
बिना पीएम रहते भी पिथौरागढ़ से मोदी है जुड़ाव…यहां आकर जीत जाते हैं चुनाव !
पीएम मोदी के उत्तराखंड दौरे का वक्त आ चुका है…लोकसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी का ये दौरा काफी अहम और खास माना जा रहा है…पीएम मोदी के दौरे को लेकर तैयारियां तेजी से चल रही हैं…पीएम के दौरे को लेकर आज कई कड़ियां हम बताएंगे…तो पीएम के दौरे की शुरूआत हम करेंगे पहले पहले राजनीति से…यानी राजनीतिक नजर से देंखें तो पीएम का ये उत्तराखंड दौरा क्या संकेत देता है…चुनाव के लिए 5 महीने का वक्त बचा है…उत्तराखंड में लोकसभा की 5 सीटें हैं…लगातार दो बार उत्तराखंड में बीजेपी की सरकार भी बनी है…ऐसे में सियासी रणनीतिकारों का मानें तो पीएम का दौरा इसलिए भी खास हो जाता है क्योंकि..उत्तराखंड को लेकर पीएम मोदी एक्टिव रहते हैं…पीएम मोदी उत्तराखंड की हर पहलुओं से वाकिफ है..कैसे सियासी माहौल बनाना है…कैसे चुनावी माहौल को परवान पर चढ़ाना है..और किस तरह से जनाधार को अपने पाले में डालना है..ये सारे दांव पेंच पीएम मोदी को अच्छे से पता है…तो इस बार चुनाव में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिलेगा…लिहाजा पीएम मोदी ने अपने उत्तराखंड के दौरे की शुरुआत इस बार केदारनाथ से नहीं…बल्कि पिथौरागढ़ से करने जा रहे हैं…जो अपने आप में कई सियासी मायने देने वाला है…
3 दशक पुरानी यादों को पीएम करेंगे ताजा
साल था 1988 जब पीएम मोदी एक नेता हुआ करते थे…साल 1988 में पीएम मोदी कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान धारचूला और नारायण आश्रम पहुंचे थे….तब उन्होंने यहां कुछ समय बिताया था…अब एक बार फिर से पीएम मोदी 35 साल बाद पिथौरागढ़ के दौरे पर आ रहे हैं….ऐसे में उनकी पुरानी यादें ताजा होना लाजमी है…क्योंकि 35 साल के बाद पीएम मोदी का पिथौरागढ़ आना…काफिल दिलचस्प होने जा रहा है…लोग तो अभी से पीएम मोदी के आगमन की तैयारी में जुटे हैं…लेकिन इस 3 दशक की बात तो अलग है ही..एक और इतिहास है जो पीएम मोदी के आने से टूटेगा
122 साल बाद खुलेगा वो कमरा जिसमे रुकेंगे पीएम
अपने दौरे के दौरान पीएम मोदी ने रुकने का भी मन बना लिया है..यानी एक रात पीएम मोदी पिथौरागढ़ में बिताने वाले हैं..प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए चंपावत के लोहाघाट के पास अद्वैत आश्रम मायावती में रुकना बेहद खास होगा….प्रशासन इसी तरह से व्यवस्था कर भी रहा है… बताया जा रहा है कि मायावती आश्रम में स्वामी विवेकानंद का कमरा है… यह वही कमरा है, जहां स्वामी विवेकानंद रुके थे…स्वामी विवेकानंद 1901 में मद्रास यात्रा से निकलने के बाद उत्तराखंड के इसी स्थान पर पहुंचे थे….उन्होंने 15 दिनों तक यहां अपने साधकों के साथ ध्यान, भजन किया…उसके बाद से आज तक यह कमरा किसी के लिए नहीं खुला…अब पीएम मोदी के लिए ये कमरा खुलने वाला है…जो अपने आप में कई संदेश देता है…
पहाड़ी पकवान से होगा स्वागत
वीओ4- प्रधानमंत्री मोदी को पहाड़ी व्यंजन परोसे जाने को अधिकारी स्थानीय स्तर पर होने वाले उत्पादों को नई पहचान के तौर पर देख रहे हैं…. अधिकारियों का कहना है ….कि पहाड़ी व्यंजन पौष्टिक तत्वों का खजाना है…..अगर पीएम मोदी को उक्त व्यंजन परोसे जाएंगे तो इससे पहाड़ी उत्पादों को नई पहचान मिलेगी…..गहत की चुड़कानी, गहत के डुबके, काले भट्ट का भटिया, मडुवे की रोटी, मडुवे का केक, मडुवे की बर्फी, मडुवे के रोल, मक्के का हलवा, झंगोरे की खीर, मडुवे के लड्डू, भांग और दाड़िम की चटनी, कट्टू की बर्फी, बाजरे के लड्डू, आलू-चने की बर्फी, मक्का और केले के पकौड़े शामिल होंगे…