उत्तराखंड: जंगल में घास लेने गई महिला पर झपटा बाघ, निवाला बनाने में चूका तो दोबारा झपटा; फिर हुआ कुछ ऐसा

कोटद्वार के लैंसडोन वन प्रभाग की दुगड्डा रेंज में घास लेने गई महिला पर एक बाघ ने दो बार हमला कर दिया। जिससे महिला बुरी तरह से घायल हो गई।

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उत्तराखंड में मानव वन्यजीव संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन उत्तराखंड के जिलों से जंगली जानवरों के हमले की दिल दहला देने वाली घटनाएं सामने आ रही हैं। Tiger’s Attack On Women kotdwar अब तो दिन-दहाड़े लोगों के ऊपर जंगली जानवर हमला कर रहे हैं और उनको या तो मौत के घाट उतार दे रहे हैं या फिर गंभीर रूप से घायल कर दे रहे हैं। इस बीच एक मामला कोटद्वार से आ रहा है। कोटद्वार के लैंसडोन वन प्रभाग की दुगड्डा रेंज में घास लेने गई महिला पर एक बाघ ने दो बार हमला कर दिया। जिससे महिला बुरी तरह से घायल हो गई। महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत सकाली के सरूड़ा गांव निवासी 42 वर्षीय पुष्पा देवी गांव की तीन अन्य महिलाओं के साथ जंगल में घास लेने जा रही थी। इस दौरान रेंज कार्यालय और अल्दावा गांव के बीच तलगांव के पास झाड़ी में छिपे बाघ ने उन पर हमला कर दिया।

हमले के दौरान सबसे आगे चल चली कविता देवी नीचे झुक गई। जबकि उसके पीछे चल रही पुष्पा देवी पर बाघ झपट पड़ा। हमले के बाद पुष्पा देवी नीचे जमीन पर गिर गई। हमले में असफल रहने के बाद बाघ ने महिलाओं पर दोबारा हमले का प्रयास किया, लेकिन महिलाओं ने शोर मचा दिया। जिसके बाद बाघ वहां से भाग निकला। बाघ के हमले के बाद महिलाएं घायल पुष्पा देवी को लेकर घर पहुंचीं और परिजनों को आपबीती सुनाई। परिजन पुष्पा देवी को उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुगड्डा ले गए। जहां चिकित्सकों ने महिला को बेस अस्पताल कोटद्वार रेफर कर दिया है। हमले में पुष्पा देवी का हाथ फ्रैक्चर हो गया है। साथ ही कमर के बांए हिस्से व टांग में बाघ के पंजों से गहरे जख्म हो गए है। वन विभाग की टीम ने उच्चाधिकारियों को मामले से अवगत करा दिया गया है।