भाजपा नेता व नैनीताल दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा पर महिला से दुष्कर्म के आरोप लगने का बाद कार्रवाई का काउंटडाउन शुरू हो गया है। Lalkuan BJP leader rape case दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा को उत्तराखंड डेयरी फेडरेशन के प्रशासक के पद से हटा दिया है। मुकेश बोरा का साढ़े पांच सालों से चर्चाओं में है। इस दौरान दुग्ध संघ में जमकर घोटाले सामने आए। कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत की जांच में पश्मीना रजाई, कंबल घोटाला, अधोमानक और मिलावटी दूध की शिकायतें सही पाई गईं थीं। अब रेप का मामला सुर्खियों में आने के बाद उत्तराखंड डेयरी विकास फेडरेशन ने उनको फेडरेशन के प्रशासक के पद से तत्काल हटा दिया गया है।
मुकेश बोरा के कार्यकाल में ये लगे थे आरोप –
- हजारों लीटर अधोमानक दूध खरीदने का मामला सामने आया था।
- राजस्थान से एक ही टैंकर से तीन दिन लगातार दूध आने का मामला सामने आया था।
- एजीएम के लिए पश्मीना रजाई और कंबल खरीदे गए। इसकी जांच में घोटाला सामने आया।
- बिना टेंडर के लाखों की खरीद का मामला भी सामने आया था।
- साढे पांच साल के कार्यकाल में पांच जीएम बदलना बना था चर्चा का विषय।
- नैनीताल दुग्ध संघ ने पहली बार आठ करोड़ की बैंक से लिमिट बनाकर पैसा कर्ज लिया।
- दूध ढ़लाई में लगे वाहनों के भाड़े में बेहताशा वृद्धि करने का आरोप लगा था।
- रिस्तेदारों को दुग्ध संघ में लगाने का लगा आरोप।
- मैन पावर के ठेके अपने लोगों को देने के लगे आरोप।