Dehradun News: केदारनाथ धाम के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में कल देर रात बारिश ने कहर बरपाया है। भारी बारिश के चलते गौरीकुंड में पहाड़ी से मालवा आने की वजह से तीन दुकानें जमींदोज हो गई हैं। इस घटना में 19 लोग लापता हो गए हैं। इन लापता लोगों में 8 लोग नेपाल मूल के होने की सूचना है। घटना की जानकारी लेने के लिए शुक्रवार को खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे। उन्होंने आपदा विभाग के अधिकारियों से केदार घाटी की घटना का अपडेट लिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि गुरुवार देर रात को गौरीकुंड में इस हादसे की सूचना मिली है। जिसके बाद से ही 19 लोगों के लापता होने की सूचना है। हालांकि, लापता लोगों के खोजबीन की प्रक्रिया जारी है। इसके साथ ही उस क्षेत्र में जो जरूरी सहायता है वो भी की जा रही है। यही नहीं, जो लोग लापता बताए जा रहे हैं, उनके रिश्तेदारों से संपर्क साधा जा रहा है। घटना स्थल पर राहत बचाव दल और जिला प्रशासन की टीम मौजूद है।
सीएम ने कहा कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ समेत अन्य दल भी घटनास्थल पर सक्रिय हैं। प्रदेश के जो अन्य ऐसे स्थान हैं, जहां कच्चे मकान, सड़क और नदियों के किनारे लोग बसे हुए हैं, ऐसी जगह को देखने के लिए जिलाधिकारियों को कहा गया है। अगर इन जगहों पर भी किसी प्रकार की दिक्कत है तो वहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगह पर शिफ्ट कर दिया जाए। बचाव और जो जरूरी काम हैं वो किए जा रहे हैं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि पुलिस के माध्यम से प्राप्त सूचना के अनुसार केदारनाथ यात्रा मार्ग गौरीकुंड डाटपुलिया के समीप भारी भूस्खलन से लापता होने वाले 13 लोगों के अतिरिक्त बीर बहादुर पुत्र हरि बहादुर, सुमित्रा पत्नी बीर बहादुर, निशा पुत्री बीर बहादुर निवासी ग्राम व थाना राया जिला होमला आंचल करनाली, नेपाल जिनका मौके पर ढाबा था लापता हैं।