ED के शिकंजे में आए कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत को ED का समन, बहू को भी जांच एजेंसी का समन

ईडी ने हरक सिंह रावत को वन विभाग की जमीन कर अवैध कब्जे और पेड़ काटने के मामले में समन जारी किया है, साथ ही उनकी बहू को भी समन भेजा है।

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कांग्रेस नेता एवं उत्तराखंड के पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत और उनकी पुत्रवधू की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। ईडी ने हरक सिंह रावत के साथ ही उनकी बहू को भी समन भेजा है। ED summons to Harak Singh Rawat and his daughter-in-law ईडी ने हरक सिंह रावत को वन विभाग की जमीन कर अवैध कब्जे और पेड़ काटने के मामले में समन जारी किया है। ईडी ने हरक सिंह रावत को 29 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया है। हरक सिंह रावत की बहु अनुकृति गोसाईं को भी पूछताछ के लिए समन भेजा गया है। उन्हें 7 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। ईडी रावत के करीबी सहयोगी बीरेंद्र सिंह कंडारी, भारतीय वन सेवा के अधिकारी एवं पूर्व संभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) किशन चंद और पूर्व वन क्षेत्र अधिकारी बृज बिहारी शर्मा के खिलाफ जांच कर रही है। रावत (63) राज्य के पूर्व वन मंत्री हैं और 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे।

दरअसल लोकसभा चुनाव से ठीक पहले हरक सिंह पर कसता ईडी का शिकंजा उनके राजनीतिक करियर के लिए नई मुश्किल लेकर आया है। रावत उत्तराखंड कांग्रेस के टॉप लीडर्स में शुमार किए जाते हैं। ईडी के अधिकारी उनकी बहू और 2022 में लैंसडाउन सीट से चुनाव लड़ीं अनुकृति गुसाईं रावत से भी पूछताछ करेंगे। एजेंसी ने इससे पहले 7 फरवरी को हरक सिंह रावत के घर सहित उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। जिसमें दिल्ली, उत्तराखंड, चंडीगढ़, पंचकूला सहित कुल 16 लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। ये मामला उस वक्त का है, जब हरक सिंह रावत उत्तराखंड सरकार में वन मंत्री थे। साल 2019-20 में पाखरो में करीब 106 हेक्टेयर वन भूमि पर कार्य भी शुरू कर दिया गया था। इसी प्रोजेक्ट के निर्माण के दौरान करीब 163 पेड़ काटे जाने की बात कही गई। बाद में जांच के दौरान पता चला की उस दौरान उससे कहीं ज्यादा संख्या में पेड़ काटे गए।