उत्तराखंड निकाय चुनाव: पूर्व सीएम हरीश रावत नहीं डाल पाए वोट, ये छह मुख्यमंत्री भी मतदान से वंचित

निकाय चुनाव के मतदान के दिन गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत का मतदाता सूची से जुड़ा मामला सुर्खियों में रहा। लेकिन हरीश वोट न देने वाले अकेले पूर्व मुख्यमंत्री हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भी इस लिस्ट में शामिल हैं।

Share

हरीश रावत के नगर निकाय चुनाव में मतदान नहीं करने और मतदाता सूची में मतदाताओं के नाम गायब होने के प्रकरण को लेकर गुरुवार को राजनीति गर्म हो गई है। Uttarakhand Nikay Chunav पूर्व सीएम हरीश रावत नगर निगम देहरादून के चुनाव में मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पाए। हरीश रावत जिस बूथ में आज तक वोट करते आए वहां से उनका नाम दूसरे बूथ पर डाला गया। जिस वजह से हरीश रावत वोट नहीं डाल पाए। हरीश रावत ने खुद इस बात की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए साझा किया। कि उनके स्टाफ ने बताया कि जिलाधिकारी देहरादून ने उन्हें 6:38 बजे सूचित किया है कि हरीश रावत का नाम वार्ड-76 माजरा के बजाय वार्ड-58 डिफेंस कॉलोनी की वोटर लिस्ट में है। हरीश रावत ने बताया कि वे वर्ष 2009 से लगातार माजरा पोलिंग स्टेशन में ही वोट कर रहे हैं।

नगर निकाय चुनाव में उत्तराखंड के छह पूर्व मुख्यमंत्री वोट नहीं डाल पाए। हरिद्वार सांसद और पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ही वोटिंग के अधिकार का प्रयोग कर पाए। दरअसल, हरीश रावत के वोट न कर पाने का मामला सोशल मीडिया पर खूब गरमाया। इसके बाद पूर्व सीएम के मामलों को खंगाला जाने लगा। जब जानकारी ली गई तो पाया गया कि पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी भी वोट नहीं कर पाए। भगत सिंह कोश्यारी का वोट पिथौरागढ़ में है। मतदाता सूची में गलत नाम के कारण वे वोट नहीं कर सके। वहीं, पूर्व सीएम रिटायर्ड मेजर जनरल बीसी खंडूरी बीमार और अस्पताल में भर्ती होने के कारण वोट नहीं कर पाए। पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक दिल्ली विधानसभा चुनाव में व्यस्त हैं। वहीं, पूर्व सीएम विजय बहुगुणा अस्वस्थ हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत नगर निकाय क्षेत्र के वोटर नहीं हैं। इस कारण दोनों ने मतदान नहीं किया।