तेज तर्रार महिला IAS Manisha Panwar की समझदारी की उत्तराखंड प्रशासनिक गलियारे में खूब हो रही चर्चा

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उत्तराखंड के प्रशासनिक गलियारे में एक महिला IAS ने अपनी बुद्धि का इस्तेमाल कुछ इस तरह से किया कि हर IAS कैडर से लेकर PCS कैडर के अधिकारियों के बीच चर्चा है… सबकी जुबां उसी महिला IAS की चर्चा है… वो महिला IAS मनीषा पवार है… मनीषा पवार ने अपनी समझदारी से कुछ ऐसा किया…कि अब उन शातिरों की खैर नहीं है… मनीषा उस वक्त अगर जरा सी चूक कर देती… उनकी बातों पर यकीन कर लेती… विश्वास कर वो जो कहते वैसा ही अगर करती… को आज कुछ और स्थिति से गुजर रही होती… लेकिन मनीष पावर ने उस वक्त जल्दबाजी नहीं दिखाई… बहुत ही सब्र से काम लिया… बहुत समझदारी से उनकी बातों को डिकोड करने लगी है… और जब डिकोड किया… तो मनीषा को समझ में आ गया हो ना हो कुछ तो खेल है… कोई तो है… जो उनकी मेहनत पर अपनी नजरे जमाई हुई है… कोई तो है जो उसके साथ प्रपंचों का खेल खेल रहा है… उस वक्त अचानक से जो IAS मनीषा पवार के सामने तर्क रखा गया था… वैसा ही तर्क अगर उनके समकक्ष या फिर उनसे भी ज्यादा आला अधिकारियों के सामने रखा जाता… शायद वो उनके जाल में फंस सकते थे… लेकिन मनीषा ने ऐसा कुछ भी अपने साथ खेल होने नहीं दिया… अपनी समझदारी से उन्हें बता दिया वो IAS हैं…

दरअसल IAS मनीषा पवार के पास उनके मोबाइल फोन पर एक कॉल आया… मनीषा ने जैसे कॉल को रिसिव किया… उधर जो उन्हें कहा गया… जो दावा किया गया… वो वाकई में चौंकाने वाला था… मनीषा सोच में पड़ गई… ऐसा तो उन्होंने किया नहीं… फिर ये कॉल उनके पास क्यों आया… लेकिन डर तो लगता है… जब आपके खिलाफ दावे किए जाए… तब सफेद छवि पर दाग लगने के डर तो सताते हैं… बात तो समझ गए होंगे… महिला IAS मनीषा को साइबर गिरोह ने अपने निशाने पर लेने का प्रयास किया… साइबर अपराधी हाईप्रोफाइल लोगों को निशाना बनाने में जुटे हैं… उन्होंने सबसे पहले उत्तराखंड की आईएएस अधिकारी मनीषा पवार का आधार कार्ड और मोबाइल नंबर इस्तेमाल कर मुंबई से मलेशिया के लिए पार्सल बुक कर दिया… फिर मनीषा पवार को कोरियर कंपनी से कॉल आया…. फोन करने वाले ने बताया कि आपके पार्सल को कस्टम ने रोक लिया है…. पार्सल में अवैध वस्तु होने के कारण बांद्रा पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया है…. आईएएस मनीषा पवार के पैरों तलों जमीन खिसक गई… उन्होंने फौरन बसंत विहार थाने में शिकायत की…. पुलिस मामला दर्ज कर तफ्तीश करने में जुटी है… शुरुआती जांच में पता चला है कि आईएएस को की गई कॉल साइबर ठगों की हो सकती है…

देहरादून की एसपी सिटी सरिता डोबाल ने बताया कि आईएएस मनीषा पवार को 13 सितंबर को ब्लूडार्ट कोरियर की ओर से फोन आया था… फोन करने वाले ने बताया कि मुंबई से मलेशिया के लिए बुक किया गए पार्सल को मुंबई एयरपोर्ट पर कस्टम ने रिजेक्ट कर दिया है… आपके खिलाफ बांद्रा थाने में एक मुकदमा दर्ज कर लिया गया है…. आईएएस को मुकदमे की अपराध संख्या एम 1045/0923 भी बताई गई… लेकिन आईएएस मनीषा पवार का कहना है कि उन्होंने ऐसा कोई पार्सल या कोरियर मलेशिया के लिए बुक नहीं कराया है…. अब आईएएस मनीषा पवार की शिकायत पर देहरादून पुलिस धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है… वहीं उत्तराखंड पुलिस ने मुंबई में बांद्रा थाने के पुलिस अधिकारी से बात की… उन्होंने बांद्रा थाने में आईएएस के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने से इंकार किया… उन्होंने कहा कि मुकदमे की अपराध संख्या महाराष्ट्र पुलिस नहीं देती है… इसलिए उत्तराखंड पुलिस को लग रहा है कि साइबर अपराधियों की करतूत भी हो सकती है… साइबर अपराधी कॉल कर लोगों को डराकर पैसे उगाही का काम करते हैं…. देहरादून पुलिस धोखाधोड़ी की कोशिश के मामले को गंभीरता से ली रही है…