Kedarnath: सोनप्रयाग-गौरीकुंड के बीच भारी भूस्खलन, SDRF ने रास्ते में फंसे 400 यात्री निकले

केदारनाथ पैदल मार्ग एक बार फिर अवरुद्ध हुआ है। गौरीकुंड से सोनप्रयाग के बीच स्लाइडिंग जोन में सैकड़ो श्रद्धालु फस गए। जिनको एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने बाहर निकाला।

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उत्तराखंड में इन दिनों बारिश का क्रम कुछ धीमा पड़ गया है लेकिन एक या दो दौर की बारिश भी नुकसान पहुंचा रही है। Heavy landslide between Sonprayag-Gaurikund बारिश नहीं होने के कारण जहां गर्मी से लोग परेशान हो रहे हैं। वहीं बारिश होने पर मैदानी क्षेत्रों में जल भराव और पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन जैसी आपदा से लोग जूझ रहे हैं। रविवार देर रात से हो रही बारिश से रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर तबाही दिखाई दी। यहां सोन प्रयाग से गौरीकुंड के बीच मूनकटिया और गौरीकुंड केदारनाथ पैदल मार्ग पर चीरबासा, जंगल चट्टी, भीमबली, राम बड़ा और लिनचोली में भूस्खलन होने से रास्ता बंद हो गया। इसकी वजह से केदारनाथ से सोनप्रयाग के लिए निकले 400 यात्री रास्ते में ही फंस गए।

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार के अनुसार मौसम को देखते हुए किसी भी यात्री को पैदल मार्ग से नीचे नहीं भेजने के लिए कहा गया था लेकिन फिर भी 400 यात्री धाम से सोनप्रयाग के लिए निकल गए। यात्रियों की फंसने की सूचना पर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ ने यात्रियों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। सोनप्रयाग से किसी भी यात्री को केदारनाथ नहीं भेजा गया। पुलिस प्रशासन ने खराब मौसम को देखते हुए पैदल मार्ग के संवेदनशील स्थानों पर यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सुरक्षा जवानों को जरूरी निर्देश दिए हैं। सोमवार तड़के से ही केदारघाटी में तेज बारिश हो रही थी। केदारनाथ से लेकर केदारघाटी में दिनभर कोहरा छाया रहने से हेलीकॉप्टर सेवा भी ठप रही।