केदरानाथ पैदल मार्ग पर बादल फटने से यात्रा पर रोक, श्रद्धालुओं का अब हेलिकॉप्टर से भी रेस्क्यू

केदारनाथ यात्रा मार्ग पर फंसे सैकड़ों तीर्थयात्रियों के रेस्क्यू का काम भी जारी है। तीर्थयात्री पहाड़ी रास्तों से रेस्क्यू किए जा रहे हैं। साथ ही हवाई सेवा की भी मदद ली जा रही है।

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रुद्रप्रयाग जिले में भारी बारिश ने आम जन जीवन के साथ केदारनाथ यात्रा को बाधित कर दिया है। केदारनाथ धाम में तेज बारिश से मंदाकिनी नदी उफान पर है। Kedarnath yatra route landslide सभी गदेरे उफान पर हैं। भारी बारिश में गौरीकुंड का गर्म कुंड बह गया है। जगह-जगह पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए हैं। गौरीकुंड और सोनप्रयाग में होटल खाली करवाये गए हैं। यात्रा मार्ग पर फंसे सैकड़ों तीर्थयात्रियों के रेस्क्यू का काम भी जारी है। तीर्थयात्री पहाड़ी रास्तों से रेस्क्यू किए जा रहे हैं। साथ ही हवाई सेवा की भी मदद ली जा रही है। बड़ी लिंचोली में एनडीआरएफ, डीडीआरएफ जवान श्रद्धालुओं को निकालने में जुटे हैं। केदारनाथ पैदल मार्ग से लेकर गौरीकुंड और सोनप्रयाग लिनचोली में आपदा से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। फंसे यात्रियों को हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया जा रहा है।

SDRF टीम द्वारा घनसाली के ग्रामीणों और यात्रियों की सुरक्षा के लिए एक वैकल्पिक मार्ग तैयार किया गया है। SDRF टीम ने 100 से अधिक यात्रियों और ग्रामीणों को रोप की सहायता से रास्ता सुरक्षित पार कराया। इसके साथ ही, एक स्थानीय नागरिक, जिनका स्वास्थ्य अत्यधिक खराब थी, उन्हें स्ट्रेचर के माध्यम से लाया गया और एंबुलेंस द्वारा अस्पताल पहुंचाया गया। उप जिलाधिकारी ऊखीमठ अनिल कुमार शुक्ला ने बताया कि अत्यधिक बारिश के कारण केदारनाथ धाम यात्रा के पैदल मार्ग पर जगह-जगह रास्ते टूट गए हैं। सोनप्रयाग बाजार से लगभग एक किमी के ऊपर बड़े-बड़े पत्थर व बोल्डर आ गए हैं। इसके अतिरिक्त यात्रा मार्ग के क्षतिग्रस्त होने से यात्रियों को देर रात्रि को ही सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया था। फिलहाल उन्हें आगे की यात्रा को स्थगित करने का सुझाव दिया गया है।