उत्तराखंड के पहाड़ी ही नहीं बल्कि मैदानी इलाकों में जंगली जानवरों की आमद से लोग परेशान हैं। राजधानी देहरादून, हरिद्वार, रामनगर, ऋषिकेश जैसे इलाकों में हाथी, भालू, गुलदार, बाघ आये दिन जंगलों को छोड़कर रिहायशी इलाकों की ओर रुख कर रहे हैं। जिससे लोग दहशत में हैं। Tiger attacked on woman in ramnagar बीते रविवार को रामनगर के कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला रेंज अंतर्गत आने वाले सांवल्दे कसेरूवा नाले के पास जंगल में लकड़ी लेने गई एक महिला पर बाघ ने हमला कर दिया है। जिससे उसकी मौत हो गई है। यहां 48 घंटे के अंदर बाघ ने 2 महिलाओं को मार डाला। जनवरी महीने में ही अभी तक की ये 5वीं घटना है।
मिली जानकारी के अनुसार, रविवार दोपहर मृतक महिला दुर्गा देवी 3 बजे लकड़ी बीनकर आ रहीं थी। इसी बीच सांवल्दे कसेरवा नाले के पास दूसरी महिला के सामने ही बाघ महिला को उठाकर ले गया। वन विभाग की टीम और ग्रामीणों के द्वारा जंगल में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर मृतक महिला के शव को कशेरुवा नाले के पास जंगल के काफी अंदर से बरामद किया। वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि लगातार ग्रामीण क्षेत्र में बाघ का आतंक है, जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों की मांग है कि वन विभाग द्वारा मृतक महिला के परिजनों को मुआवजा दिया जाए और महिला पर हमला करने वाले बाघ को आदमखोर घोषित करके गोली मारी जाए। उन्होंने कहा कि अगर हमारी मांगें पूरी नहीं होती है, तो ग्रामीण उग्र आंदोलन करेंगे।