Mussoorie Hotel Fire: उत्तराखंड के मसूरी शहर में स्थित होटल द रिंक किसी जमाने में एशिया का सबसे बड़ा वुडन फ्लोर का स्केटिंग रिंक हुआ करता था, लेकिन रविवार सुबह 12 कमरों के इस खूबसूरत होटल की तस्वीर ही बदल गई। होलट में सुबह चार बजे आग लग गई। इस दौरान होटल का मालिक कमरे में सो रहा था। जैसे ही आग लगने का आभास हुआ वह खिड़की तोड़ कर बाहर निकला। आग लगते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया और धुएं से इलाका पट गया। सूचना पर फायर और पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे। आग की घटना से आसपास दहशत का माहौल है। होटल में इन दिनों निर्माण कार्य चल रहा था। अंदर से सभी कर्मचारी सही सलामत निकल गए थे।
मशहूर इतिहासकार गोपाल भारद्वाज ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि निश्चित ही यह बहुत दुखद घटना है। उन्होंने कहा कि मसूरी द रिंक होटल और स्केटिंग हाल 131 साल पुरानी बिल्डिंग है, जो अपने आप में एक इतिहास समेटे हुआ है। इसकी स्थापना 1890 में हुई थी और इस साल इसने 131 साल पूरे कर लिए थे। उन्होंने बताया कि हमारे देश के आजाद होने से पहले अंग्रेजों के दौर में यहां पर बड़े प्रोग्राम होते थे। थिएटर हुआ करते थे। स्केटिंग रिंक के लिए ये होटल पूरे दुनिया में मशहूर था। स्केटिंग रिंक हाल में रेसलिंग भी आयोजित होती थी, जिसमें देश और विदेश के बड़े-बड़े पहलवान प्रतिभाग करते थे। आजादी के बाद इसका स्वरूप बदल गया। 1951 से मसूरी नगर पालिका का ऑटम फेस्टिवल इसी हाल में आयोजित किया जाता था। स्केटिंग रिंक हाल में ही नेशनल चैंपियनशिप 1983 आयोजित की गई थी। इसमें भारत के सभी स्केटिंग क्लब की टीमें प्रतिभाग करने पहुंची थी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के पूर्व डीजीपी अनिल रतूरी भी हॉकी रोलर स्केट का अभ्यास द रिंक में ही करते थे।