प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उत्तराखंड ग्लोबल इनवेस्टर समिट का उद्घाटन किया। उन्होंने अपने संबोधन में देवभूमि से अपने जुड़ाव की ऐसी कविता सुनाई कि पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। पीएम मोदी ने कहा,
- जहां अंजुली में गंगाजल हो
- जहां एक मन बस निश्चल हो
- जहां गांव-गांव में देशभक्त हो
- जहां नारी में सच्चापन हो
- उस देवभूमि का आशीर्वाद लिए
- मैं चलता जाता हूं
- इस देवभूमि के ध्यान से
- मैं सदा धन्य हो जाता हूं
- ये है भाग्य मेरा सौभाग्य मेरा
- मैं तुमको शीश नवाता हूं…
पीएम मोदी ने कहा कि उत्तराखंड में विकास और विरासत का अद्भुत समन्वय है। आज की युवा पीढ़ी में एस्पायरेसन, सेल्फ कान्फिडेंस, जॉब ग्रोथ की ललक दिखती है. वो स्थिर सरकार चाहता है। हालिया विधानसभा चुनाव में भी ये देखने को मिला प्रधानमंत्री ने कहा, दिल्ली से देहरादून दूर नहीं है। दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे से महज 2.30 घंटे में दूरी तय होगी। धामी सरकार हेली टैक्सी सेवाओं को बढ़ावा दे रही है। केदारनाथ बद्रीनाथ धाम कॉरिडोर का विकास हो रहा है। केंद्र सरकार सीमावर्ती गांवों के विकास पर भी ध्यान दे रही है। मोदी ने आगे कहा कि आप सभी को भी उत्तराखंड की विकास यात्रा से जुड़ने का बड़ा अवसर मिल रहा है। बीते दिनों टनल से सुरक्षित निकालने के सफल अभियान पर आप सभी का अभिनंदन करता हूं। बोले कि मैंने उत्तराखंड की भावनाओं और संभावनाओं की निकट से देखा है।