कावड़ यात्रा 22 जुलाई से शुरू होने जा रही है। कांवड़ियों के लिए हरिद्वार प्रशासन की ओर से पहली बार ऐसी व्यवस्था की गई है, जो कांवड़ यात्रा के लिहाज से कारगर साबित होगी। इस व्यवस्था से कांवड़ यात्रा न केवल सुगम-सुरक्षित होगी बल्कि वाहन पार्किंग, खोया पाया, जाम जैसी समस्याओं का निदान अपने ही मोबाइल पर ही मिलेगा। इसके लिए बस मोबाइल स्कैनर का इस्तेमाल करना होगा। सभी राज्यों की सयुक्त बैठक के बाद हरिद्वार प्रशासन ने भी इस बार खास इंतजाम किए हैं। उन्होंने इस बार ‘क्यूआर कोड’ लांच करने का निर्णय लिया है। कांवड़िया अपने मोबाइल से क्यूआर कोड को स्कैन करेगा, उसे अपने रूट और यात्रा से जुड़ी सभी जानकारी पलक झपकते ही उनके मोबाइल पर मिलेगी।
हरिद्वार में कांवड़ियों को सबसे ज्यादा वाहन पार्किंग की समस्या का सामना करना पड़ता है। ‘क्यूआर कोड’ से जोड़े गए ऐप में प्रशासन ने 12 पार्किंग स्थलों का विवरण दिया है। इनमें छह पार्किंग छोटे वाहनों के लिए आरक्षित हैं। इनके अलावा देहरादून से, मेरठ-मुजफ्फरनगर से, बिजनौर से आने वाले बड़े वाहनों के लिए अलग अलग पार्किंग बनी है। ‘क्यूआर कोड’ के जरिए कांवड़िए अपने रूट से जुड़ी हर जानकारी से अपडेट रहेंगे। मसलन किस रास्ते पर भीड़ है। कहां रास्ता डायवर्ट किया गया है। दिन और रात के सफर के लिहाज से कौन सा रास्ता सुरक्षित है, अन्य जानकारी इस पर मिलेगी। अगर कोई कांवड़िया हरिद्वार में रास्ता भटक भी जाता है तो यह ऐप उसे गंतव्य तक पहुंचाने में मदद करेगा।
हरिद्वार के 12 पार्किंग स्थल के बारे में जानिए
- मोतीचूर पार्किंग: देहरादून से आने वाले वाहनों के लिए।
- दीनदयाल पार्किंग: छोटे वाहनों की पार्किंग।
- वैरागी पार्किंग: मेरठ, मुजफ्फरनगर से आने वाले वाहनों के लिए।
- नीलधारा पार्किंग: बिजनौर की तरफ से आने वाले वाहनों के लिए।
- पंतदीप पार्किंग: छोटे वाहनों के लिए।
- चमगादड़ पार्किंग: छोटे वाहनों के लिए।
- अलनन्द पार्किंग छोटे पार्किंग के लिए।
- गोरी शंकर पार्किंग: बिजनौर की तरफ से आने वाले वाहनों के लिए।
- शर्वानंद घाट पार्किंग: देहरादून से आने वाले वाहनों के लिए।
- रोडीवेल वाला पार्किंग : छोटे वाहनों के लिए।
- हरिराम इंटर कालेज पार्किंग: छोटे वाहनों के लिए।
- भारत माता मंदिर पार्किंग: देहरादून की तरफ से आने वाले वाहनों के लिए।