Coronavirus BF 7 Variant: एक बार फिर से पूरी दुनिया पर कोरोना वायरस का आतंक छा रहा है। चीन में इस ओमिक्रोन के सब वेरिएंट BF7 बड़ी तेजी से अपना पैर पसार रही है, जिससे आने वाले दिनों में 15 लाख से अधिक मौतों की आशंका जताई जा रही है। कोरोना का ये सब वेरिएंट अब भारत में भी दाखिल हो चुका है। गुजरात में कोरोना के दो और मामले सामने आए है, जिनमें इसी वेरिएंट की आशंका जताई जा रही है। पड़ोसी देश में जिस तरह कोरोना संक्रमण फिर तेजी से बढ़ रहा है उसे देखते हुए सरकार किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं बरतनी चाहती है। केंद्र की तरह राज्य में भी कोरोना संक्रमण को लेकर दोबारा सतर्कता बरती जाने लगी है।
कोरोना के बढ़ते खतरे को रोकने के लिए उत्तराखंड सरकार भी नई एसओपी जारी करने पर विचार कर रही है। वहीं, पूरे मामले में सीएम धामी ने कहा है कि हमने कोविड-19 से निपटने के लिए भारत सरकार के सभी दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे। स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने इस बारे में जानकारी दी। हरिद्वार में विभागीय मंत्री धन सिंह रावत ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने बताया कि भारत सरकार भी चीन में बढ़ते कोरोना संक्रमण पर नजर बनाए हुए है, जिसको देखकर वह जल्दी अपनी गाइडलाइन देगी। उसके बाद उत्तराखंड सरकार भी कोरोना की नई गाइडलाइन जारी करेगा।
स्वास्थ्य महानिदेशक डा. शैलजा भट्ट ने जीनोम सीक्वेंसिंग को लेकर सभी जनपदों को निर्देश जारी किए हैं। कहा गया है कि इसे लेकर गंभीरता से कार्रवाई अमल में लाई जाए। दरअसल, जीनोम सीक्वेंसिंग एक तरह से किसी वायरस का बायोडाटा होता है। वायरस की रचना कैसी है और वह किस तरह दिखता है, इसकी जानकारी जीनोम सीक्वेंसिंग से मिलती है। वायरस के विशाल समूह को जीनोम कहा जाता है। वायरस की प्रकृति व रचना के बारे में जानने की विधि को जीनोम सीक्वेंसिंग कहते हैं। जीनोम सीक्वेंसिंग से ही कोरोना के नए स्ट्रेन के बारे में पता चला है। स्वास्थ्य महानिदेशक का कहना है कि राज्य में अभी ओमीक्रोन वायरस के ही मामले सामने आ रहे हैं।