उत्तराखंड विधानसभा: सदन में उठा विपक्षी विधायकों के निलंबन का मामला, विस अध्यक्ष अपने फैसले पर रही कायम

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Uttarakhand budget session 2023: उत्तराखंड विधानसभा में मंगलवार के दिन कांग्रेस पार्टी के विधायकों ने जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान मचे बवाल में दो विधायक विरोध करते-करते विधानसभा सचिव की टेबल पर चढ़ गए। इस व्यवहार के मद्देनजर विधानसभा स्पीकर ऋतु खंडूरी ने कांग्रेस पार्टी के 15 विधायकों को एक दिन के लिए सस्पेंड कर दिया। बजट सत्र के तीसरे दिन सदन में विपक्षी विधायकों के निलंबन का मामला उठाया गया। जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने सही ठहराया। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा विपक्षी दल ने सदन में हंगामा किया और न सिर्फ वेल में आकर दस्तावेज फाड़े बल्कि पीठ की तरफ भी उछाले, जो बिल्कुल भी सही नहीं है।

विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों के निलंबन के फैसले को वापस लेने के सत्ता पक्ष और विपक्ष के अनुरोध व खेद प्रकट करने के बावजूद विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण अपने फैसले पर अडिग रहीं। उन्होंने कहा कि जिस तरह मंगलवार को कांग्रेस विधायकों ने पीठ के समक्ष आचरण किया, दस्तावेजों को फाड़ा और पीठ की ओर उछाला गया, उसे देखते हुए उनका फैसला उचित था। उन्होंने इस संबंध में संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा निलंबन की कार्रवाई को वापस लेने के प्रस्ताव को भी अस्वीकार कर दिया।

दिलचस्प बात यह है कि विकासनगर के विधायक और भाजपा के वरिष्ठ नेता मुन्ना सिंह चौहान ने स्पीकर से उनके फैसले को रद्द करने का अनुरोध करके कांग्रेस विधायकों का समर्थन किया। संसदीय कार्य मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने भी एक प्रस्ताव पेश किया जिसमें उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायकों का निलंबन समाप्त किया जाना चाहिए। हालाँकि, स्पीकर ने यह कहते हुए अपने रुख पर अड़े रहे कि निलंबन उत्तराखंड विधान सभा में प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमों की धारा 298 के अनुसार किया गया था। उसने अंततः अपने फैसले को रद्द करने के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया।