रामनगर में किसान को निवाला बनाने वाली बाघिन आखिरकार पकड़ में आई, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

बासीटीला गांव में किसान को मार डालने वाले बाघ को रात ट्रैंकुलाइज कर पकड़ लिया गया। हमलावर बाघ नहीं बाघिन थी। बाघिन को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू सेंटर ढेला में रखा गया है।

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दस दिन पहले रामनगर के बासीटीला गांव में खेत में काम कर रहे किसान को निवाला बनाने वाले बाघिन को वन विभाग की टीम ने ट्रेंकुलाइज कर लिया है। Tiger Tranquilized In Ramnagar बाघिन को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू सेंटर ढेला में रखा गया है। वन विभाग की मानें तो बाघिन स्वस्थ है, जिसकी उम्र 2 से 3 वर्ष है। घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत का माहौल था और ग्रामीणों की ओर से बाघिन को जल्द से जल्द पकड़ने की मांग की जा रही थी। बता दें कि कॉर्बेट पार्क के अंतर्गत आने वाले बिजरानी रेंज के मनोरथपुर बांसीटीला गांव में 18 अप्रैल की शाम को प्रमोद तिवारी खेतों में गेंहू काट रहा था। तभी अचानक उस पर बाघ ने हमला कर लिया, जिसमे बाघ प्रमोद तिवारी को करीब 70 मीटर तक घसीट कर ले गया। प्रमोद चीख पुकार मचाता रहा, लेकिन उसे समय से मदद नहीं मिल पाई।

मौके पर मौजूद लोगों ने हो हल्ला मचाया और प्रमोद के नंबर पर कॉल किया तो बाघ शोर शराब और मोबाइल की घंटी की आवाज सुनकर भाग गया था, हालांकि जब तक ग्रामीण प्रमोद के पास पहुंचे तो उसकी मौत हो चुकी थी। प्रमोद का शव लहूलुहान हालात में पड़ा हुआ था। वहीं तब से ही ग्रामीणों में बाघ की दहसत बनी हुई थी, ग्रामीण बाघ के डर से खेतों में नहीं जा पा रहे हैं,जबकि उनकी गेहूं की फसल खेतों में तैयार खड़ी है। ग्रामीणों ने वन विभाग से बाघ को गोली मारने या पकड़ने की अपील की थी। चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन से अनुमति मिलने के बाद कॉर्बेट प्रशासन ने बाघिन को पकड़ने के लिए घटनास्थल के आसपास पिंजरा लगा दिया था। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक दिगंत नायक ने बताया कि आज सुबह बाघिन को ट्रेंकुलाइज कर लिया गया है। बाघिन के सैंपल मैच कराने के लिए सीसीएमबी हैदराबाद भेजे गए हैं।