उत्तराखंड: त्रियुगीनारायण बनेगा वेडिंग डेस्टिनेशन, मंदिर समिति ने बनाई ये योजना

शिव-पार्वती के विवाह स्थल त्रियुगीनारायण को तीर्थाटन डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जाएगा। श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने कार्ययोजना तैयार कर ली है।

Share

शिव-पार्वती विवाह स्थली त्रियुगीनारायण वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में जाना जाता है। नई पीढ़ी यहां शादी करने को लेकर उत्साहित नजर आती है। Triyuginarayan will become a wedding destination शादी के शानदार लम्हों को इस स्थल के साथ कैमरे में कैद करने की ख्वाहिश उनमें देखी जा रही है। अब तक इस स्थल पर कई हस्तियां विवाह के बंधन में भी बंध चुकी हैं। इस स्थान की महत्ता को देखते हुए शिव-पार्वती के विवाह स्थल त्रियुगीनारायण को तीर्थाटन डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जाएगा। श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने कार्ययोजना तैयार कर ली है। मंदिर के जीर्णोद्धार के जरुरी सुविधाएं जुटाई जाएंगी। मंदिर परिसर में मौजूद छोटे-छोटे मंदिर व अन्य धार्मिक धरोहरों का जीर्णोद्धार कर उन्हें संरक्षित किया जाएगा।

बता दें शिव-पार्वती विवाह स्थली त्रियुगीनारायण में नई पीढ़ी में विवाह करने का क्रेज खूब बढ़ रहा है। इस स्थान पर विवाह के लिए मार्च 2024 तक की बुकिंग मिल चुकी हैं। रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर सोनप्रयाग से 13 किमी की दूरी पर स्थित त्रियुगीनारायण में प्रतिवर्ष विवाह आयोजनों की संख्या बढ़ रही है। इस पावन स्थल पर भगवान शिव और पार्वती की विवाह से जुड़े सभी साक्ष्य मौजूद हैं। यहां सप्तवेदी की अखंड ज्योति तीन युगों से जल रही है। इस अखंड ज्योति के दर्शन कर लकड़ी अर्पित करनी होती है। मंदिर में प्राचीन कुंड भी है, जिनकी अपनी विशेष महत्ता है। पिछले दो दशक में यहां कई हस्तियां विवाह बंधन में बंध चुकी हैं।