बाल विवाह के संबंध में तमाम जन जागरूकता अभियान चलाए जाने और कई बार बाल विवाह कर रहे लोगों को रोके जाने के बाद भी नाबालिगों के शादी के मामले सामने आ रहे हैं। Child Marriage In Rudraprayag ताजा मामला रुद्रप्रयाग जिले के बुढ़ना और झिरमोली से सामने आया है, जहां पर दो नाबालिग लड़कियों का बाल विवाह कराया जा रहा था, लेकिन भनक लगते ही जिला प्रशासन मौके पर पहुंचा और दोनों नाबालिग लड़कियों का बाल विवाह रुकवाया। शनिवार को विकासखंड जखोली के बुढ़ना और मुख्यालय के नजदीक स्थित झिरमोली गांव में दो बच्चियों का बाल विवाह होने की सूचना मिली।
सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचकर बाल विवाह रुकवाया और फिर नाबालिग लड़कियों के परिजनों को वन स्टाॅप सेंटर में बुलाया गया। उन्होंने कहा कि परिजनों को समझाया गया कि बाल विवाह कानूनी अपराध है। जिससे परिजनों ने बच्चियों का विवाह 21 वर्ष के बाद करने की बात कही। रंजना गैरोला भट्ट ने बताया कि वन स्टाॅप सेंटर में नाबालिग लड़कियों के परिजनों से शपथ पत्र भरवाया गया। परिवार ने स्वीकार किया कि उन्हें 18 वर्ष से पहले विवाह की मनाही की जानकारी नहीं थी। उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसी गलती ना तो वो करेंगे और ना ही समाज में होने देंगे।