उत्तराखंड कांग्रेस नेताओं ने राज्यपाल से की मुलाकात, हल्द्वानी हिंसा पर रखी ये मांग

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि हल्द्वानी में हुई 08 जनवरी 24 की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हम इंडिया गठबंधन और सिविल सोसाइटी इस हिंसा की कठोर शब्दों में निंदा करते हैं, और शांति कायम करने की अपील करते हैं।

Share

हल्द्वानी हिंसा को लेकर उत्तराखंड में सियासत तेज हो गई है। सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रही हैं। Haldwani violence इसी बीच इंडिया एलाइंस के घटक दलों और सिविल सोसाइटी से जुड़े लोगों ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से मुलाकात की। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि हल्द्वानी में हुई 08 जनवरी 24 की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हम इंडिया गठबंधन और सिविल सोसाइटी इस हिंसा की कठोर शब्दों में निंदा करते हैं, और शांति कायम करने की अपील करते हैं। उत्तराखंड के इतिहास में इस तरह की हिंसा की घटना पहली बार हुई है। अचानक इतने बड़े पैमाने पर हिंसा का फैलना, हिंसा के कारणों और उससे उत्पन्न हुई परिस्थिति की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच की जरूरत है।

माहरा का कहना है कि हिंसा की घटना में पहली नजर में प्रशासन की लापरवाही नजर आ रही है। उन्होंने नैनीताल जिले के पुलिस-प्रशासन के उच्च अधिकारियों को हटाने की मांग की। उन्होंने शासन प्रशासन की तरफ से एनएसए लगाए जाने के फैसले को जल्दबाजी में लिया गया फैसला बताया है। उन्होंने कहा कि यदि हल्द्वानी का माहौल ठीक करना है तो राज्यपाल से एनएसए नहीं लगाई जाने का आग्रह किया गया है। माहरा का कहना है कि इस तरह का नैरेटिव फैलाने की कोशिश की जा रही है कि यह दो समुदायों के बीच का झगड़ा है। जबकि हकीकत है कि यह प्रशासन वर्सेस पब्लिक का झगड़ा है।