हल्द्वानी में भड़की हिंसा क्या पहले से रची थी साजिश? दंगाइयों ने पुलिसवालों पर किया जानलेवा हमला

हल्द्वानी में अवैध धार्मिक स्थल तोड़े जाने को लेकर जमकर बवाल हुआ है। अतिक्रमण हटाने पहुंची पुलिस-प्रशासन की टीम पर दंगाईयों ने पथराव और हमला कर दिया।

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उत्तराखंड का हल्द्वानी गुरुवार को सुलग उठा। नजूल भूमि पर बने अवैध मदरसे और नमाज स्थल को ध्वस्त करने के बाद उपद्रव शुरू हो गया। बड़ी संख्या में लोग जख्मी हुए हैं, जबकि 6 लोगों के मौत की सूचना भी है। इस दौरान हुए पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल भी हो गए हैं। वहीं उपद्रवियों ने कई वाहनों में भी आग लगा दी है। इलाके की स्थिति तनावपूर्ण है। हिंसा पर जिलाधिकारी वंदना सिंह ने ये दावा किया है कि, ‘ऐसा प्रतीत होता है कि हल्द्वानी हिंसा की योजना पहले से बनाई गई थी।’ उन्होंने कहा, ‘हल्द्वानी हिंसा “पूर्व नियोजित” लगती है। पहले से ही पत्थरों को घरों में जमा किए गए थे। दंगाइयों ने पेट्रोल बमों का भी इस्तेमाल किया है।’ हालांकि इस पर जांच चल रही है।

डीएम नैनीताल वंदना सिंह ने 9 फरवरी की सुबह प्रेस-कॉन्फ्रेंस में कहा, हमारी नगर निगम की टीम पर पथराव किया गया। इसके लिए पहले से योजना बनाई गई थी। पत्थरों वाली पहली भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया था, लेकिन उसके बाद जो दूसरी भीड़ आई, उसके पास पेट्रोल बम थे। विध्वंस अभियान शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हुआ… पूरी प्रक्रिया ठीक से होने के बावजूद एक बड़ी भीड़ ने आधे घंटे के भीतर हमारी नगर निगम सहयोग टीम पर हमला कर दिया था।” हालत इतने ज्यादा बिगड़ गए की अराजक तत्वों ने बनभूलपुरा थाने में पथराव कर दिया। कई सरकारी गाड़ियों को निजी गाड़ियों को आज के हवाले कर दिया है। सूत्रों के हवाले से यह भी पता चला है कि बनभूलपुरा इलाके से कई राउंड फायरिंग भी की गई है।