उत्तराखंड में अवैध रूप से संचालित मदरसों के खिलाफ सरकार की कार्रवाई लगातार जारी है। हरिद्वार में सिडकुल थाना क्षेत्र के नवोदय नगर में पहुंची प्रशासन की टीम ने यहां अवैध मदरसों को सील किया। Illegal Madrasas Sealed In Uttarakhand इस दौरान इलाके में किसी भी तरह का माहौल खराब न हो इसके लिए भी पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। दस्तावेजों की गहन जांच की गई। वहीं स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई। जानकारी के मुताबिक 25 मार्च को सुबह ही हरिद्वार पुलिस-प्रशासन की अलग-अलग टीमें नवोदयनगर सलेमपुर और राइपुर गोविंदपुर के इलाकों में पहुंची थी। टीम ने पहले मदरसे के कागजात की जांच की। और इसके बाद अवैध पाए गए पांच मदरसों पर ताला लगा दिया। हरिद्वार शहर के अलावा एसडीएम भगवानपुर जितेंद्र ने भी अपने इलाके में तीन अवैध मदरसों को सील किया। हरिद्वार में मंगलवार को कुल आठ अवैध मदरसों पर कार्रवाई की गई।
देहरादून जिला प्रशासन की टीम ने सोमवार को सहसपुर के एक बड़े मदरसे को अवैध निर्माण मामले में पूर्व में दिए नोटिस के बाद सील कर दिया। उक्त मदरसे ने बिना प्राधिकरण की अनुमति के एक मंजिल का अवैध रूप से निर्माण कर लिया था। सवाल है कि इन मदरसों को संचालित करने और कर्मियों के वेतन के लिए पैसा कहां से आ रहा है? उत्तराखंड सरकार अवैध मदरसों पर सख्त कार्रवाई के बाद अब उनकी फंडिंग की गहन जांच करने जा रही है। जिसकी रिपोर्ट अधिकारी सीधे मुख्यमंत्री को सौंपेंगे। बीते एक माह से प्रदेश में अवैध मदरसों के खिलाफ व्यापक स्तर पर कार्रवाई की जा रही है। बता दें कि उत्तराखंड में 450 से करीब मदरसे रजिस्ट्रर है। वही पुलिस-प्रशासन की जांच में करीब 500 मदरसे अवैध रुप से चलने की बात सामने आई है, किसके बाद से लगातार कार्यवाही जारी है।