नंदा गौरा योजना के लिए आवेदन की तारीख बढ़ी, आंगनबाड़ी और सहायिकाओं को मिलेगी पेंशन

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को धामी सरकार बड़ा तोहफा देने जा रही है। सरकार अब रिटायरमेंट के बाद आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को पेंशन देने की तैयारी कर रही है।

Share

उत्तराखण्ड में इस साल नंदा गौरा योजना का लाभ लेने के लिए अब 15 जनवरी तक आवेदन किया जा सकता है। Application of Nanda Gaura Yojana इस योजना के लिए आवेदन का समय दिसंबर में खत्म हो गया था लेकिन प्रदेश के कई जनपदों से लगातार मांग आने के कारण मंत्री आर्या ने अधिकारियों को एक सप्ताह के लिए आवेदन फिर खोलने के निर्देश दिए। अभी तक नंदा गौरा योजना में 36000 से ज्यादा आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। बुधवार आठ जनवरी को उत्तराखंड की महिला सशक्तिकरण एंव बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। उत्तराखंड सरकार पहले से ही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को बढ़ा हुआ मानदेय दे रही है। अब सरकार आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को रिटायरमेंट के बाद सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा के मद्देनजर पेंशन देने की तैयारी कर रही है।

मंत्री आर्या ने कहा कि सरकार पहले से ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को बढ़ा हुआ मानदेय दे रही है, अब सरकार उन्हें सेवानिवृत्ति बाद सामाजिक व आर्थिक सुरक्षा के लिए पेंशन देने की तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश रजत जयंती वर्ष में प्रवेश करने जा रहा है। इस समय महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में यह अहम कदम साबित होगा। बैठक में अधिकारियों ने इस योजना के संचालन के लिए तीन संभावित प्रारूप भी प्रदर्शित किए, इनमें से किसी का चयन कैबिनेट में किया जाएगा। बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनबाड़ी और सहायिकाओं के 7038 पदों पर चल रही भर्ती प्रक्रिया की प्रगति की जानकारी ली गई। मंत्री आर्या ने बताया कि आवेदन शुरू होने के पहले छह दिन में 20 हजार से ज्यादा महिलाएं आवेदन कर चुकी है। जबकि आवेदन की तारीख 31 जनवरी तक है। संभावना है कि आवेदकों की संख्या एक लाख तक पहुंच सकती है।